Reported By: Ved Prakash Mishra
Published on: Apr 6, 2024 | 7:54 PM
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हाटा/कुशीनगर । विदाई जीवन का एक हिस्सा है। जो शिक्षा के दौरान एक विद्यालय से अध्ययन पूरा होने के बाद दूसरे विद्यालय में जाने तथा नौकरी में स्थानांतरण होने सहित विभिन्न अवसरों पर देखने को मिलती है। विदाई पीढा दायक होती है, पर यह जीवन की सतत प्रक्रिया है, जिससे गुजरना ही होता है।
उक्त बातें शनिवार को हाटा ब्लाक के ग्राम सभा महुई बुजुर्ग में स्थित पूर्व मां विद्यालय धूसी टोला में आयोजित कक्षा आठ के बच्चों के विदाई समारोह और परीक्षा फल वितरण समारोह को संबोधित करते हुए एआरपी हाटा हिंदी निरपेंद्र कुमार सिंह ने कही। उन्होंने कहा कि विद्यालय से शिक्षा पूरी कर जाने वाले छात्र छात्राएं समाज के लिए प्रेरणा दायक हों यही हमारी कामना है। प्रधानाध्यापक सुरेंद्र सिंह ने कहा कि विद्यालय से पढ़े बच्चे जब नई-नई ऊंचाइयों को छूते हैं तो शिक्षक के लिए इससे बडा सम्मान कोई और नहीं होता । इसके पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। छात्र-छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में गीत, एकांकी तथा अनेक मनमोहक कार्यक्रमों को प्रस्तुत कर मन मोह लिया ।कक्षा में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पाए छात्र छात्राओं को मेडल पहनाकर , उन्हे पुरस्कृत किया गया।इस अवसर पर प्रधानाध्यापक दिवाकर ओझा,विजय कनौजिया,शिक्षिका अर्चना विश्वकर्मा ,अभिभावक चंद्रिका पाण्डेय,रामदेव चौधरी,रामविनोद चौधरी सहित स्कूली छात्र मौजूद रहे ।
Topics: हाटा