Reported By: Farendra Pandey
Published on: Sep 28, 2024 | 6:27 PM
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कप्तानगंज/कुशीनगर । सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कप्तानगंज में अंतरराष्ट्रीय सुरक्षित गर्भपात दिवस मनाया गया। जिसके बारे में विस्तृत जानकारी प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सूर्यभान कुशवाहा ने दी ,इस दौरान आगे कहे कि यौन उत्पीड़न या दुष्कर्म या अनाचार व कम उम्र और नाबालिग की परिस्थिति में 24 सप्ताह तक की गर्भस मापन की स्थितियां बनती है।
इसके लिए कुछ और परिस्थिति गर्भवस्था के दौरान वैवाहिक स्थिति परिवर्तन हुआ हो जैसे कि तलाक या विधवापन। शारीरिक अक्षमताओं वाली महिलाएं (दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 के अधीन निर्दिष्ट मानदंडों के अनुसार)। मानसिक रूप से रुग्ण महिलाएं जिनके अंतर्गत बौद्धिक दिव्यांगता वाली महिलाएं भी हैं। भ्रूणीय विकृति का इसके जीवन के साथ असंगत होने का जोखिम है या यदि शिशु का जन्म होता है तो वह ऐसी शारीरिक एवं मानसिक असामान्यताओं से पीड़ित हो सकता है जिससे वह गंभीर रूप से अक्षम हो।मानवीय स्थितियों या आपदा या सरकार द्वारा घोषित आकस्मिक परिस्थितियो में गर्भवस्था वाली महिला के लिए नियम बने हैं।
इस कार्यक्रम के अवसर पर चिकित्सा अधिकारी डॉ उमेश चंद यादव, डॉक्टर परवेज आलम, डॉ पंकज गुप्ता, प्रदीप कुमार मिश्रा चीफ फार्मासिस्ट, नीरज गुप्ता फार्मासिस्ट,आत्मा सिंह फार्मासिस्ट, हेमंत मल्ल वार्ड ब्वॉय, रवि प्रताप सिंह वार्ड ब्वॉय,आशुतोष जी पटेल बी पी एम, धर्मेंद्र यादव बी सी पी एम , संदीप गोंड बी ए एम, सुरेंद्र कुमार एच एस, दिलीप कुमार एच एस, राजेश कुमार पार्नेल, फैमिली वेलफेयर काउंसलर,किरन कुशवाहा ए एन एम, निर्मल सिंह, पूनम साहनी, अनुराधा सिंह स्टाफ नर्स, बबिता यादव, रमेश यादव,शीला कुशवाहा आदि कर्मचारी उपस्थित रहे।
Topics: कप्तानगंज