Reported By: Sanjay Pandey
Published on: Jun 14, 2025 | 8:21 PM
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खड्डा कुशीनगर। खड्डा नगर स्थित खड्डा -नेबुआ मार्ग पर महाराणा प्रताप चौक पर संचालित विब्रान्त हॉस्पिटल में लापरवाही से इलाज के दौरान 25 वर्षीय महिला आसमा खातून पत्नी सिकंदर और उसके नवजात बच्ची की मौत हो गई। घटना के बाद परिजनों ने अस्पताल पर हंगामा खड़ा कर दिया और शव को अस्पताल के बाहर रख विरोध प्रदर्शन करने लगे। मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझा बुझाकर शांत कराया और शव को कब्जे में लेकर आरोपित डाक्टर को हिरासत में ले लिया। एसडीएम एवं प्रभारी चिकित्साधिकारी की उपस्थिति में अस्पताल को सीज कर दिया गया है। तथाकथित डाक्टर के विरुद्ध पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है।
हनुमानगंज थाना क्षेत्र के रामपुर जंगल गांव की निवासिनी आसमां को शुक्रवार रात प्रसव पीड़ा के चलते खड्डा नगर के विब्रान्त हॉस्पिटल लाया गया था। परिजनों के अनुसार रात करीब 11 बजे उसका ऑपरेशन किया गया। इसके बाद डॉक्टरों ने बताया कि ऑपरेशन सफल रहा है और मां-बच्चा दोनों ठीक हैं। लेकिन कुछ ही देर में अस्पताल कर्मियों का व्यवहार बदल गया और बहानेबाजी शुरू हो गई। डॉक्टरों ने ब्लड की व्यवस्था जिला अस्पताल से करने की बात कही और पैसों की मांग शुरू कर दी। जब आसमा की हालत और बिगड़ने लगी तो अस्पताल प्रबंधन ने परिजनों से कहा कि महिला को गोरखपुर मेडिकल कॉलेज ले जाना होगा, लेकिन हकीकत में न तो उसे सही इलाज दिया गया, न ही ले जाया गया।
परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर सैयद स्वयं हॉस्पिटल का चिकित्सक बता रहा था उसके द्वारा प्रसूति आसमा और उसके बच्चे को जिंदा बताते हुए कुछ घंटे तक प्राइवेट वाहन में ही रखकर अस्पताल के आस-पास चक्कर लगवाया जाता रहा परिजनों को लगातार झूठा दिलासा दिया जाता रहा कि जच्चा और बच्चा दोनों ठीक हैं, चिंता की कोई बात नहीं। जब परिजनों को शक हुआ और उन्होंने सख्ती से सवाल किया तो डॉक्टर सैयद खुद गाड़ी से उतरकर भागने की कोशिश करने लगा। इस पर परिजनों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने डॉक्टर सैयद को हिरासत में ले लिया। जांच में सामने आया है कि विब्रान्त हॉस्पिटल बिना किसी पंजीकरण के अवैध रूप से संचालित हो रहा था अस्पताल पर न तो प्रशिक्षित डॉक्टर तैनात थे और न ही प्रसव जैसी गंभीर प्रक्रिया के लिए आवश्यक सुविधाएं मौजूद रहीं। सवाल यह उठता है कि आखिरकार तथाकथित बिना रजिस्ट्रेशन के अनुभवहीन फर्जी झोलाछाप डॉक्टरों के लापरवाही से फर्जी अस्पतालों पर हो रही मौतों का जिम्मेदार कौन है। शोक में डूबे परिजनों ने प्रशासन से मांग की है कि डॉक्टर सैयद और इस अवैध हॉस्पिटल के अन्य जिम्मेदार लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।
फिलहाल खड्डा थाना पुलिस ने आरोपी डॉक्टर सैयद को गिरफ्तार कर मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है। एसडीएम मोहम्मद जफर एवं प्रभारी चिकित्साधिकारी डा.पीएन गुप्ता ने उक्त हॉस्पिटल को सीज कर दिया है। इस संबंध में एसएचओ खड्डा हर्षवर्धन सिंह ने बताया कि अस्पताल संचालक सैयद के विरुद्ध सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया है।
उप जिलाधिकारी खड्डा मोहम्मद जफर का कहना है कि अस्पताल बिना पंजीकरण का संचालित हो रहा था और नियमानुसार अस्पताल के संचालक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की गई है। प्रशासन ने भरोसा दिलाया है कि मामले में दोषियों को किसी भी हाल में बक्सा नहीं जाएगा।
Topics: खड्डा