Reported By: Surendra nath Dwivedi
Published on: Oct 26, 2021 | 8:33 PM
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कुशीनगर (न्यूज अड्डा) । ऐसा नही है की खाकी कही संवेदनशील नही होती, कभी -कभी खाकी भी ऐसा काम कर देती है, की आमजनो में चर्चाएं के साथ शाबासी मिलने लगती है। ऐसा ही कुछ बीती रात्रि पडरौना शहर के सुभाष चौक पर घटी,जो देखते -देखते चर्चाएं-आम हो गयी।
हुआ यूं की पडरौना कोतवाली के उप निरीक्षक धीरेंद्र बर्मा, आरक्षी विनोद गुप्ता, आरक्षी आसुतोष यादव शहर से कोतवाली देर रात गस्त से आ रहे थे, की देखे की सुभाष चौक फ़ल मंडी के पास दो बच्चे खड़े फुट-फुट दहाड़े मार रो रहे है।
देर रात्रि होने के कारण नजर पड़ते ही पुलिस टीम किसी अनहोनी समझ दौड़ कर बच्चों के पास गये, औऱ उनसे रोने के कारण पूछा,चुकी बच्चे इतना रो चुके थे,की उनकी आवाज सही नही निकल रही थी, आरक्षी विनोद गुप्ता ने पहले उन्हें जूस पिलाई,मिठाई खिलाते हुई प्यार से उनकी जानकारी लेना शुरू किया, तो सहमे बच्चे आप बीती बताये, की हम लोग घर से मेला देखने जटहा बजार मेले में गये थे, हम अपने घर के रास्ते भूल गए है। इस लिये हम लोग रो रहे है। उन लोगो ने अपना नाम मिथलेश औऱ करन बताया, औऱ घर जंगल कुरमोल बताया, इस जानकारी पर आरक्षी विनोद ने सी प्लान से उनके ग्राम के प्रधान के फोन नम्बर,नाम की संज्ञान के लेकर सूचित किया। पुलिस की सूचना पर ग्राम प्रधान रबिन्द्र कुशवाहा कोतवाली आये, जहाँ पर उन बच्चों को उन्हें सपुर्द कर दिया गया।
खाकी के अंदर जगी इस मानवता की संवेदनशीलता को जानने के बाद एक बार लोगो के मन मे वर्दी को सैल्यूट करने की विचार होता ही है। आइये हम भी अपना सोच बदले, औऱ मानवता को सलाम करें।
Topics: कुशीनगर पुलिस पड़रौना