Reported By: न्यूज अड्डा डेस्क
Published on: Sep 1, 2021 | 6:39 PM
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कसया/कुशीनगर (न्यूज अड्डा)। देश मे कोरोना महामारी के चलते मार्च 2020 से ही प्रदेश मे सभी स्कूल कालेज बंद रहने के कारण स्कूलो मे सन्नाटा पसरा रहा। स्कूल बंद रहने से बच्चों का पठन पाठन भी बिल्कुल ठप हो गया था l सरकारी स्कूल हो या प्राइवेट सभी स्कूल प्रभावित हुए। अगर बात प्राइवेट स्कूलों का किया जाय तो प्राइवेट स्कूल प्रबंधको से लेकर शिक्षक सभी सड़क पर आगये है। प्राइवेट शिक्षक व संचालक पैसे पैसे के मोहताज हो गये l इनको ना तो सरकार के तरफ से कोई सहयोग मिला और ना स्कूल संचालको क़ी तरफ से कोई सहयोग सब अपना रोना रोते रहे। किराये के मकान मे स्कूल संचालित करने वाले तो पूरी तरह बर्बाद होगये, क्योंकि स्कूल बंद हो जाने से इनका सभी श्रोतो से आय बिल्कुल समाप्त होगया। किराये के मकान मे संचालित स्कूल किराया ना चुकाने क़ी हालत मे स्कूल ही बंद कर दिए। मार्च 2020से कोरोना महामारी के चलते सभी स्कूल कालेज लगभग एक वर्ष से बंद पड़े थे। हालांकि बीच बीच मे बड़े कक्षाओं के कालेज कुछ दिनों के लिये खुले लेकिन कोरोना क़ी दूसरी लहर आने के बाद फिर बंद करना पड़ा था। उत्तर प्रदेश सरकार के आदेशा व निर्देशानुसार कोरोना गाईड लाइन के तहत कक्ष स्तरीय बड़े कक्षाओं के कालेज धीरे धीरे कुछ दिनों से खुल रहे है। उत्तर प्रदेश सरकार ने पूर्व मे घोषणा क़ी थी कि 1 सितम्बर से सभी कक्षाओं के स्कूल जारी गाईड लाइन के अनुसार खुलेंगे l बुधवार को प्राइमरी जूनियर से लेकर सभी स्कूल खुल गये। लगभग एक वर्ष बाद स्कूल खुलने पर प्राथमिक व जूनियर स्कूलो मे बच्चों से काफ़ी चहल कदमी रहा और स्कूल गुलजार दिखे । नगर क्षेत्र के निराकारी पब्लिक स्कूल, श्री दुर्गा पब्लिक स्कूल,प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालय वीर सावरकर नगर, आदि दर्जनों विद्यालय मे बच्चों के आने से पूरा स्कूल गुलजार रहा। बच्चे भी लम्बी छुट्टी के बाद स्कूल आने पर काफ़ी ख़ुश दिखाई दिये और खूब चहल कदमी कर खेलते कूदते नजर आये। प्राइवेट स्कूल संचालकऔर शिक्षक भी स्कूल खुलने पर काफ़ी ख़ुश रहे।
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