Reported By: Farendra Pandey
Published on: Jun 25, 2021 | 6:07 PM
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कप्तानगंज/कुशीनगर। देश में दूसरी आजादी की लड़ाई 1975 में लड़ी गई जब तत्कालीन प्रधानमन्त्री इन्दिरा गांधी ने देश में आपातकाल लागू किया था। जिसके विरोध में लाखों लोग जेल गए और इन्दिरा गांधी को पराजित होकर गद्दी छोड़नी पड़ी थी।
यह बातें लोकतंत्र रक्षक सेनानी सेवा संस्थान के संरक्षक जितेन्द्र पाण्डेय ने कहा। वह भारतीय जनता पार्टी कुशीनगर द्वारा आयोजित लोकतंत्र रक्षक सेनानी सम्मान समारोह में बतौर मुख्य वक्ता संबोधित कर रहे थे।उन्होनें कहा कि अंग्रेजी सरकार में स्वतंत्रता सेनानीयों को जो यातना दी उससे कहीं ज्यादा दुर्व्यवहार इन्दिरा गांधी सरकार में लोकतंत्र रक्षक सेनानीयों के साथ किया गया।
विशिष्ट अतिथि भूमि विकास बैंक उत्तर प्रदेश के सभापति और भारतीय जनता पार्टी कुशीनगर के जिला प्रभारी सन्तराज यादव नें कहा कि भाजपा पूरे देश में युवा पीढ़ी को संदेश देने के लिए 1975 के आपातकाल के दौरान लोकतंत्र की रक्षा में समर्पित रूप से भागीदारी किए हुए सेनानियों को सम्मानित करने का कार्य कर रही है। पार्टी का उद्देश्य है कि लोकतंत्र के रक्षा में सेनानियों को इस अप्रतिम योगदान के समय विभिन्न प्रकार के दंश झेलना पड़ा था, उससे वर्तमान व आने वाली पिढ़ी सबक व प्रेरणा लें।
लोकतंत्र रक्षक सेनानी कुशीनगर के जिलाध्यक्ष दीनानाथ यादव कहा कि आपातकाल के दौरान जनता को जो पीड़ा व प्रहार झेलना पड़ा था। वह देश की राजनीतिक दिशा बदलने का कारण बना।
भारतीय जनता पार्टी कुशीनगर के जिलाध्यक्ष प्रेमचन्द मिश्र नें आभार ज्ञापन करते हुए कहा कि लोकतंत्र रक्षक सेनानी के लिए रेलवे पास और अन्य सुविधाओं के लिए हम भाजपा जिला इकाई की तरफ से प्रस्ताव पारित कर राज्य और केन्द्र सरकार को भेंजेंगे। इस अवसर पर लोकतंत्र रक्षक सेनानी नरेंद्र वर्मा, के० कुमार और ज्ञानेन्द्रलाल श्रीवास्तव ने आपातकाल की पीड़ाओं को साझा किया।
कार्यक्रम का संचालन लोकतंत्र रक्षक सेनानी सेवा संस्थान कुशीनगर के जिला महामंत्री बंका सिंह नें किया। इससे पहले कार्यक्रम का शुभारंभ भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण से हुआ। जिला प्रभारी सन्तराज यादव, जिलध्यक्ष प्रेमचन्द मिश्र, जिला महामंत्री सन्तोष दत्त राय, राणा प्रताप राव, विवेकानन्द पाण्डेय, सुदर्शन पाल, पूर्व जिलाध्यक्ष जयप्रकाश शाही, लल्लन मिश्र और जिला मंत्री विवेकानन्द शुक्ल ने कार्यक्रम में उपस्थित लोकतंत्र सेनानियों को माल्यार्पण एवं अंगवस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया।
सम्मानित होने वाले लोकतंत्र रक्षक सेनानी
उमाशंकर सोनी, पौहारी सिंह, गौतम दूबे, सीताराम त्रिपाठी, चन्द्रावत,नागेन्द्र दीक्षित, हीरा साहू, रामानुज, रामजी, पारस, शम्भू यादव, शिवप्रताप सिंह, रामगेदन सिंह, शारदा, कन्हैया, लक्ष्मण प्रसाद, परमार्थ सिंह, राजेन्द्र प्रसाद अग्रवाल, केश्वर प्रसाद गुप्त, राम आधार, रामनगीना, जगदीश सिंह, नरेन्द्र वर्मा, रामाकृष्ण सिंह, राजेन्द्र कुशवाहा, गोरखनाथ यादव, सुरेश चौरसिया, रामाश्रय सिंह, रविन्द्रनाथ पाण्डेय, व्यास दूबे, लालजी, गौरीशंकर गुप्ता, रामेश्वर, बसंत गुप्ता, मुखलाल, केदारनाथ सिंह, भोला निषाद, जगदीश प्रसाद, रामायणी देवी, छोटेलाल शर्मा, रामेश्वर कुशवाहा, ज्ञानेन्द्रलाल श्रीवास्तव, जितेन्द्र पाण्डेय, दीनानाथ यादव और के कुमार ।