Reported By: Surendra nath Dwivedi
Published on: Aug 9, 2025 | 7:14 AM
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कुशीनगर। पुलिस अक्सर अपनी सख़्ती और अनुशासन के कारण चर्चा में रहती है, लेकिन कभी-कभी मानवीय संवेदनाओं से भरे कार्य पुलिस की छवि को बिल्कुल अलग रूप में सामने लाते हैं। ऐसा ही एक वाकया बीती रात कुशीनगर जनपद में देखने को मिला, जब एक दरोगा ने मानवीय संवेदना का परिचय देते हुए बारिश में फंसी एक महिला और उसके बच्चों को सुरक्षित घर पहुंचाया।
घटना बहादुरपुर पुलिस चौकी अंतर्गत सलेमगढ़ कस्बे की है। देर रात करीब 12:30 बजे, बरसात के दौरान चौकी प्रभारी बहादुरपुर अनुराग शर्मा रात्रि गश्त पर थे। इसी दौरान उनकी नज़र सड़क किनारे भीग रही लगभग 50 वर्षीय महिला और उसके दो छोटे बच्चों पर पड़ी। पूछताछ में महिला ने बताया कि वह गोपालगंज जिले के थाना गोपालपुर अंतर्गत ग्राम रामपुर की निवासी गुड्डी, पत्नी रामजी हैं, और गुजरात से रक्षा बंधन के अवसर पर अपने भाई से मिलने घर लौट रही थीं।
गोरखपुर से घर जाने के दौरान उनकी बस रास्ते में खराब हो गई, जिससे देरी हो गई। आधी रात को सलेमगढ़ पहुँचने पर लगातार हो रही हल्की बारिश के बीच उन्हें और बच्चों को ठहरने के लिए कोई स्थान नहीं मिला।
स्थिति को समझते हुए चौकी प्रभारी अनुराग शर्मा ने तुरंत अपनी निजी गाड़ी और दो आरक्षियों के साथ महिला व बच्चों को उनके घर तक सुरक्षित पहुँचाने की व्यवस्था की। दरोगा की इस संवेदनशील पहल से महिला भावुक हो उठीं और आभार व्यक्त करते हुए कहा—“थैंक्यू कुशीनगर पुलिस”।
सुबह होते ही इस घटना की चर्चा पूरे क्षेत्र में होने लगी। स्थानीय नागरिकों ने दरोगा अनुराग शर्मा के इस मानवीय कार्य की सराहना करते हुए उन्हें साधुवाद दिया। कई लोगों ने कहा कि समय पर मदद करने वाली पुलिस ही असली हितैषी होती है।
कुशीनगर पुलिस अधीक्षक आईपीएस संतोष कुमार मिश्र के नेतृत्व में पुलिस की संवेदनशील छवि लगातार मजबूत हो रही है, और दरोगा अनुराग शर्मा का यह कार्य उसी सकारात्मक दृष्टिकोण का एक उदाहरण है।
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