Reported By: Ram Bihari Rao
Published on: Dec 28, 2021 | 8:27 PM
672
लोगों ने इस खबर को पढ़ा.
रामकोला/कुशीनगर। रामकोला ब्लाक क्षेत्र के परोरहा गांव में गंभीर बीमारी से पीड़ित मौत से जूझ रहा दलित परिवार का दूध मुहा बच्चा का समाचार संज्ञान में आने के बाद कप्तानगंज की उप जिलाधिकारी कल्पना जायसवाल मंगलवार को लेखपाल योगेन्द्र गुप्ता , रामकोला सीएचसी के डा0 रजनीश श्रीवास्तव ,ए0डी0ओ0 पंचायत मनोरंजन लाल श्रीवास्तव, पूर्ति निरीक्षक दुर्गा दत्त ,ग्राम विकास अधिकारी सत्येंद्र सिंह के साथ पहुंची और शासन द्वारा प्रदत्त हर सुविधाओं को दो दिनों के अंदर उपलब्ध करवाने का कड़ा निर्देश दिया।इस दौरान ग्राम प्रधान विनोद यादव व कोटेदार राधेश्याम भी मौके पर मौजूद रहे।
आपको बताते चलूँ कि रामकोला ब्लाक क्षेत्र के परोरहा गांव में आर्थिक मजबूरी की वजह से एक माँ मजबूर होकर अपने दो वर्ष के बेटे रोहन उम्र दो वर्ष की इलाज न करा पाने की वजह से मौत का इंतजार कर रही है। इस माँ के पुत्र के कमर में ट्यूमर हो गया है। किसी अच्छे डॉक्टर से दिखाने के लिए इसके पास धन नहीं है। इस दलित परिवार के पास राशन कार्ड भी नही है कि वो मुफ्त राशन का लाभ पा सके।
रोहन के पिता परशुराम के पास खेती करने के लिए जमीन भी नही है।वह पात्र होते हुए भी अपात्र के श्रेणी में है।परशुराम के मजदूरी पर घर का चूल्हा निर्भर है। मजदूरी कभी मिलती है कभी नही मिलती है। बच्चे की बीमारी ने परशुराम और उसकी पत्नी को तोड़कर रख दिया है, उसके सात बच्चो में रोहन सबसे छोटा बच्चा है। कुपोषण के चलते अन्य बच्चे भी अक्सर बीमार रहते है और शिक्षा से वंचित हैं।
Topics: रामकोला