Reported By: Surendra nath Dwivedi
Published on: Jul 27, 2025 | 8:38 AM
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कुशीनगर। पूर्वांचल की पवित्र भूमि पर धार्मिक चेतना और सनातन संस्कृति की अनूठी छटा बिखेरने वाला “तृतीय सूर्य मूर्ति प्राकट्य उत्सव 2025” इस वर्ष और भी भव्य रूप में मनाया जाएगा। इस अवसर पर 151 पवित्र नदियों के जल से भगवान सूर्य की प्राचीन मूर्ति का जलाभिषेक किया जाएगा। जल कलशों की यह शोभायात्रा लक्ष्मण नगरी लखनऊ से सूर्य नगरी कुशीनगर तक जाएगी।
यात्रा का शुभारंभ 28 जुलाई को हनुमान जी मंदिर, लखनऊ विश्वविद्यालय परिसर से होगा, जहां राजगुरु मठ वाराणसी के पूज्य दंडी स्वामी अनंतानंद सरस्वती जी के नेतृत्व में तथा उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक, पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह, स्वास्थ्य राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह, भाजपा के प्रदेश महामंत्री संजय राय, प्रदेश उपाध्यक्ष त्र्यंबक त्रिपाठी, पूर्व मंत्री स्वाति सिंह एवं गोरख क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय द्वारा विधिवत पूजन कर यात्रा को रवाना किया जाएगा।
🚩 यात्रा पड़ाव (28–31 जुलाई)
28 जुलाई – लखनऊ से आजमगढ़
हनुमान जी मंदिर (LU Campus) – प्रस्थान सुबह 8 बजे
दुर्वासा ऋषि आश्रम – 1 बजे
दत्ता ऋषि आश्रम – 3 बजे
चंद्रमा ऋषि आश्रम – 5 बजे
भंवरनाथ मंदिर – 6 बजे
29 जुलाई – वाराणसी, मऊ, देवरिया, फाजिलनगर
शुल्टकेश्वर मंदिर वाराणसी – प्रस्थान सुबह 8 बजे
मारकंडेय महादेव – 11 बजे
गाजीपुर – 12:30 बजे
बन देवी मंदिर मऊ – 2 बजे
बारीपुर हनुमान मंदिर – 5 बजे
देवरही मंदिर – 6 बजे
कंचनपुर – 7 बजे
रात्रि विश्राम – फाजिलनगर
30 जुलाई – तमकुहीराज से रामकोला
फाजिलनगर – प्रस्थान सुबह 8 बजे
शिव सरया, विशेश्वरनाथ मंदिर – 9 बजे
तमकुही राज – 9:30 बजे
शिवा घाट – 10:30 बजे
दुदही – 11:30 बजे
खनवार भवानी – 12:30 बजे
कुबेर स्थान – 1 बजे
सिधवा मठ – 1:30 बजे
पडरौना से रामकोला – 4 बजे
अनसूया आश्रम – 6 बजे
राम जानकी मंदिर रात्रि विश्राम
31 जुलाई – समापन एवं जलाभिषेक
राम जानकी मंदिर – प्रस्थान 9 बजे
सपहा – 10 बजे
सूर्य मंदिर तुर्कपट्टी – 11 बजे पहुंचकर जलाभिषेक, हवन व संतों का आशीर्वाद
🌞 कार्यक्रम के प्रमुख अतिथि
प्रभारी मंत्री दिनेश प्रताप सिंह
क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय
पूर्व मंत्री उपेन्द्र तिवारी
पूर्व मंत्री स्वाति सिंह
🌸 संत-समागम
दंडी स्वामी अनंतानंद सरस्वती – राजगुरु मठ, वाराणसी
महामंडलेश्वर डॉ. संतोषानंद
शिव जी महाराज – मुख्य श्रृंगारिया, विंध्याचल
कनकेश्वर नंद गिरी – किन्नर अखाड़ा
महंत गोपाल दास जी – बारीपुर
भदंत महेन्द्र जी – बौद्ध धर्मगुरु
महंत दीपक नाथ जी – मंगरूआ मठ
महंत योगेश्वर नाथ जी – सिधुआ स्थान
मीरा बहन – ब्रह्मकुमारी
पंडित विनोद तिवारी – सूर्य मंदिर पुजारी
🌿 समापन अनुष्ठान
सूर्य मंदिर में भगवान सूर्य की मूर्ति का जलाभिषेक, हवन, संतों का आशीर्वाद व विशाल भंडारा का आयोजन प्रभु इच्छा तक चलेगा।
🙏 आमंत्रण
पूर्वांचल महोत्सव समिति के अध्यक्ष विनय राय ने श्रद्धालुओं, भक्तों व क्षेत्रीय जनमानस से इस पावन यात्रा में सहभागी बनने की अपील की है।
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