कुशीनगर। प्रदेश सरकार का 48 घंटे में ट्रांसफार्मर बदलने दावा खोखला साबित हो रहा है। एक तरफ लोगो को विकास का सपना दिखाया जा रहा। बड़े-बड़े वादे किए जा रहे हैं। सोशल मीडिया पर कुछ लोग विकास का ऐसा खाका खींचने में जुटे हैं मानों चारों तरफ खुशियां ही खुशियां हैं। लेकिन विकास का सच जानने के लिए गांवों की ओर चलें तो पता चलेगा कि ग्रामीण बिना किसी कसूर के दंड भुगतने को विवश हैं। आलम यह कि 48 घंटे से ज्यादा वक्त गुजर गया पर एक ट्रांसफार्मर नहीं बदला जा सका। इसके चलते गांव वालों को अंधेरे में गुजारना पड़ रहा है।
ये और कहीं का नहीं बल्कि विधानसभा चुनाव में हॉट सीट बना तमकुहीराज के सलेमगढ़ मियांटोला गांव का मामला है। यह गांव 48 घंटे से ज्यादा वक्त से अंधेरे में है। तकरीबन 200+ घरो की आबादी वाले गांव के ट्रांसफार्मर जल गए जिसे बदलने के लिए ग्रामीणों ने वो सब किया जो वो कर सकते थे। लेकिन बिजली कंपनी में उनकी एक न सुनी गई। ग्रामीणों के अनुसार कई बार विधुत विभाग से गुजारिश की गई लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई। ऐसे में अब इस ठंड में ट्रांसफार्मर खराब होने से ग्रामीणों में काफी आक्रोश है। वही आधे गाँव अंधेरे में है। बच्चों की पढाई पूरी तरह से बंद है। शाम ढलते ही गांव का एक हिस्सा अंधेरे में डूब जाता है। ताज्जुब तो ये कि विकास की आंधी बहाने वाले जनप्रतिनिधियों की निगाह भी इन ग्रामीणों पर नहीं पड़ रही है।
खड्डा कुशीनगर। खड्डा विकास खण्ड के ब्लाक सभागार में बुधवार को क्षेत्र पंचायत बोर्ड…
कुशीनगर.। कसया थाना क्षेत्र के एनएच 28 पकवा इनार कुशीनगर चौराहे के समीप कट…
कुशीनगर । तमकुहीराज तहसील क्षेत्र के विकास खंड सेवरही अंतर्गत ग्राम सभा बसडीला बुजुर्ग…
कुशीनगर। तमकुहीराज थाना क्षेत्र के कोइंदी बुजुर्ग गांव में मंगलवार को उस समय बड़ा…