Reported By: Surendra nath Dwivedi
Published on: Apr 11, 2025 | 7:24 PM
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सलेमगढ़,कुशीनगर । उत्तर प्रदेश बिहार सीमा पर स्थित सलेमगढ़ बाजार में एक सादे समारोह में महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती बड़े ही धूम धाम से मनाई गई। जिसमें अतिथियों ने उनके जीवन पर बिस्तर से प्रकाश डाला।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलित करने के साथ महात्मा ज्योतिबा फुले की चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर वरिष्ठ पत्रकार सुरेन्द्र नाथ द्विवेदी ने कार्यक्रम का श्री गणेश किया।
अपने संबोधन में वरिष्ठ पत्रकार सुरेन्द्र नाथ द्विवेदी ने कहा कि आज 11 अप्रैल को 19वीं सदी के महान भारतीय विचारक और समाज सुधारक महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती है। देश में सामाजिक क्रांति के अग्रदूत महात्मा ज्योतिबा फुले ने गरीबों, महिलाओं, दलितों एवं पिछड़े वर्ग के उत्थान तथा सामाजिक जड़ताओं व कुरीतियों को दूर करने के लिए उन्होंने अपना जीवन समर्पित कर दिया। उनका पूरा नाम जोतिराव गोविंदराव फुले था। उन्हें ज्योतिबा फुले या महात्मा फुले के नाम से जाना जाता था।
कार्यक्रम को संबंधित करते हुए प्रख्यात समाजसेवी,पूर्व उप प्रधान राजू सिंह पटेल उर्फ राजू भाई ने कहा कि महात्मा ज्योतिबा फुले का जन्म 11 अप्रैल,1827 को पुणे में हुआ था। उनका परिवार कई पीढ़ी पहले सतारा से पुणे आकर फूलों के गजरे आदि बनाने का काम करने लगा था।
कार्यक्रम के आयोजक सैनी समाज के अगुवा महात्म सैनी ने उपस्थित लोगों के बीच अपने संबोधन में कहा कि माली के काम में लगे ये लोग फुले के नाम से जाने जाते थे। ज्योतिबा फुले का जीवन और उनके विचार व महान कार्य आज भी लोगों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बने हुए हैं। उन्होंने कार्यक्रम में आए सभी लोगों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करते हुए सभी के बीच मिष्ठान का वितरण कराया।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से प्रकाश सैनी,सत्यदेव सैनी,संतोष सैनी,राजबलि सैनी,रंजित रावत,मकसूदन शाही, जितेन्द्र सैनी,के साथ अन्य माली सैनी समाज के लोगों ने अपना विचार प्रगट किया
Topics: कुशीनगर महोत्सव