Reported By: Ram Bihari Rao
Published on: May 2, 2025 | 8:50 PM
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रामकोला, कुशीनगर। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामकोला के परिसर में शुक्रवार को हनुमान प्रसाद पोद्दार कैंसर अस्पताल एवं शोध संस्थान, गीता वाटिका, गोरखपुर द्वारा नि:शुल्क कैंसर की प्राथमिक जांच एवं प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। ताकि शिविर के माध्यम से ग्रामीण इलाकों में निवास करने वाले आम लोग इसका लाभ उठा सकें। शिविर में 136 मरीजों ने आकर कैंसर अस्पताल के विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ. सी. पी. अवस्थी से घातक बीमारी कैंसर से संबंधित परामर्श लिया और जांच करायी। इस मौके पर नि: शुल्क दवा भी वितरण की गई।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आयोजित प्रशिक्षण शिविर में बड़ी संख्या में महिलाओं ने बेझिझक अपनी स्वास्थ्य जांच कराकर अपने शक को दूर की। शिविर में माउथ, लंग, पेट, प्रोस्टेट आदि बीमारियों से संबंधित पुरुष एवं ब्रेस्ट की गांठ, गर्भाशय, मुंह, अंडाशय आदि की समस्याओं से ग्रसित महिलाएं पहुंची थी। कैंसर जागरूकता अभियान के तहत इस स्वास्थ्य केंद्र से संबंधित स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं तथा अस्पताल में आए लोगों को डॉ. राकेश श्रीवास्तव ने कैंसर के लक्षण के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि लगातार खांसी में खून आना, आंत्र की आदतों में बदलाव, मल में खून आना, अस्पष्टीकृत एनीमिया (कम रक्त गणना) , स्तन में गांठ या स्तन से स्राव, अंडकोष में गांठें पेशाब में बदलाव, पेशाब में खून आना, तीन से चार सप्ताह से अधिक समय तक गला बैठना, लगातार गांठें या सूजी हुई ग्रंथियां, तीन से चार सप्ताह से अधिक समय तक मस्से या तिल में स्पष्ट परिवर्तन, बड़े तिल या बहुरंगी तिल जिनके किनारे अनियमित हों या जिनमें खून बह रहा हो, अपच या निगलने में कठिनाई, असामान्य योनि से रक्तस्राव या स्राव, अप्रत्याशित वजन घटना, रात को पसीना आना, या बुखार, मुंह में ठीक न होने वाले घाव या मसूड़ों, जीभ, या टॉन्सिल पर लगातार सफेद या लाल धब्बे, गंभीर असहनीय सिरदर्द जो सामान्य से अलग महसूस हो, अधिक समय तक पीठ दर्द, पेल्विक दर्द, सूजन, या अपच कैंसर का संकेत दिखाई दे तो कैंसर के चिकित्सक को जरूर दिखाना चाहिए ताकि जांचोपरांत तत्काल उपचार की प्रक्रिया शुरू हो जाय। कैंसर शिविर के व्यवस्थापक अजय श्रीवास्तव ने लोगों की शंकाओं को दूर करते हुए बताया कि कैंसर जांच शिविर में भाग लेना आपके दीर्घकालिक स्वास्थ्य के लिए सबसे बुद्धिमानी भरा निर्णय है।
जांचोपरांत प्रारम्भिक अवस्था में सफल उपचार की संभावना काफी बढ़ जाती है और शुरू हुई उपचार काफी प्रभावी होते हैं। कार्यक्रम में सभी लोगों को कैंसर से संबंधित पत्रक, विवरण पुस्तिका आदि वितरित किया गया ताकि वे अन्य लोगों को कैंसर के बारे मे जागरूक कर सकें।शिविर में सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक डॉ0 शेष कुमार विश्वकर्मा, डॉ. राकेश श्रीवास्तव, डॉ. ए.पी. गुप्ता, डॉ. एस. के. गुप्ता, डॉ. आर. के. श्रीवास्तव, अजय श्रीवास्तव, आर.डी.चौहान, एस.पी.चौधरी, सत्यवती तिवारी, अभिषेक सिंह, अतुल पांडेय, रामसूरत सिंह, राजेश गुप्ता सहित अस्पताल के डॉक्टर एवं स्वास्थ्य कर्मचारी उपस्थित रहे और इनका सहयोग एवं कार्य सराहनीय व बहुत उल्लेखनीय रहा।
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