Reported By: Ved Prakash Mishra
Published on: Apr 12, 2025 | 5:53 PM
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हाटा/कुशीनगर। देवकी के गर्भ से आठवीं संतान के पैदा होने के बाद वासुदेव जी महाराज भगवान कृष्ण को बदलकर उनकी जगह पर योग माया को लेकर आए। भगवान कृष्ण को गोकुल में यशोदा मैया की गोद में देकर आ गए। यशोदा मैया की गोद में तो कन्या पैदा हुई थी। भगवान की लीला हुई। वासुदेव जी को आकाशवाणी से हुक्म हुआ कि लाला को नंद बाबा के घर यशोदा मैया के पास छोड़कर कन्या को लेकर वापस कंस की जेल में आना है।
ये बातें हाटा ब्लाक के गांव मुंडेरा उपाध्याय में चल रहे नौ दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के पांचवें दिन शनिवार को श्रीधाम वृन्दावन के आचार्य विश्वेश मणि उपाध्याय ऊर्फ पंकज जी महराज ने कथा श्रोता स्वर्गीय परमहंस सिंह की पत्नी राजकुमारी देवी सहित मौजूद सैकड़ों श्रद्धालु को सुनाई। उन्होंने नंदलाल के पैदा होने की खुशी में नंद बाबा के यहां उत्सव शुरू हो गया। बधाई देने वालों का तांता लग गया। इधर कंस को जब पता चला कि देवकी के आठवां बच्चा पैदा हो गया है। उन्होंने बच्ची को मारने की जब कोशिश की।
वह योगमाया का रूप लेकर आकाश में चली गई। वहां उन्होंने भविष्यवाणी की कि तेरे मारने वाला तो गोकुल में पैदा हो चुका है, कंस ने सभी नए जन्मे बच्चों को मारने के लिए पूरी कोशिश की परंतु वह किसी भी तरह भगवान कृष्ण का बाल भी बांका नहीं कर पाए। इस तरह से
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