रामकोला/कुशीनगर। रामकोला क्षेत्र के पकड़ी बांगर गांव में रामनारायण लाल स्मृति सेवा समिति पकड़ी बांगर के द्वारा आयोजित तीन दिवसीय गायत्री महायज्ञ का शुभारंभ भव्य कलश यात्रा के बाद हुआ। पीले वस्त्र धारण कर महिलाओं ने सिर पर कलश रखकर विभिन्न गांवों का भ्रमण की और जयकारा लगता रहा।
शुक्रवार को ब्लाक क्षेत्र के अंतर्गत पकड़ी बांगर गांव स्थित प्राचीन दुर्गा मंदिर के परिसर अन्तर्गत आयोजित तीन दिवसीय पंच कुण्डीय गायत्री महायज्ञ का वैदिक मंत्रोच्चार के साथ शुभारम्भ हुआ।शुभारंभ से पूर्व स्थानीय क्षेत्र की महिलाओं ने माता के मंदिर पर इकट्ठा हुई।कलश यात्रा श्री दुर्गा मंदिर से पकडी़बांगर गाँव होते हुए कुसम्ही पोखरे पर पहुँचा। जहां योग्य आचार्य कमलेश मिश्रा द्वारा वैदिक मंत्रोंचार के साथ कलश में जल भरवाया गया। पीला वस्त्र धारण महिलाओं ने सिर पर कलश लिये कुसम्हीं, मेहदीगंज चौराहा व पकड़ी बंतीर (सौनहां ) गांव का भ्रमण करते हुए पुनः यज्ञ स्थल पहुंची।इस दौरान ढो़ल-नगाड़े व शंखनाद तथा जयकारा होने के साथ ही गायत्री माता व भक्ति गीतों की प्रस्तुति होती रही।निवेदक प्रबंधक रामनरायन लाल ,स्मृति सेवा समिति पकड़ी बांगर ने बताया कि तीन दिवसीय पंच कुण्डीय गायत्री महायज्ञ शुक्रवार को कलश यात्रा के साथ शुरू हुआ है जो रविवार को आदर्श विवाह के उपरांत विशाल भण्डारा के बाद सम्पन्न होगा।
कलश यात्रा के दौरान यजमान रमेश चंद्र श्रीवास्तव, राधेश्याम दीक्षित, रवीन्द्र श्रीवास्तव, नगीना राय, अम्बरीष श्रीवास्तव, सचित श्रीवास्तव, गौरव यादव, मनीष गुप्ता, योगेन्द्र राय, रामभवन, रामनारायण गुप्ता, सोनाली श्रीवास्तव व संस्था के सभी पदाधिकारी व सदस्यगण तथा श्री दुर्गा पूजा सेवा समिति पकड़ी बांगर के सभी कार्यकर्ता एवं क्षेत्र के लोग उपस्थित रहे।