Reported By: Ram Bihari Rao
Published on: Nov 4, 2023 | 5:34 PM
215
लोगों ने इस खबर को पढ़ा.
रामकोला/कुशीनगर। पूर्व विधायक मदन गोविन्द राव ने केंद्र सरकार से अनुरोध किया है कि खेती में बढ़ती लागत और रोजमर्रा की जरूरतों को देखते हुए चीनी की न्यूनतम खरीद मूल्य चालीस रूपये प्रति किलो एव राज्य सरकार को गन्ने की न्यूनतम खरीद मूल्य चार सौ रुपया प्रति किंटल करने पर गम्भीरता पूर्वक विचार करना चाहिए।
पूर्व विधायक श्री राव ने कहा कि खेती आज भी देश में सबसे ज्यादा रोजगार देने वाला सेक्टर है लेकिन लागत एवम प्राकृतिक अनिश्चितता के चलते सबसे कम आय देने वाला सेक्टर बन गया है। उन्होंने कहा कि किसानों की खर्च एवम् बचत की दर तेजी से गिर रहा है जिससे किसान एक तरफ कर्जजाल में फंस रहे है तो वही दूसरी तरफ स्थानीय बाजार मंदी का सामना करने हेतु मजबूर हो गया है जिससे किसान एवम छोटे व्यापारी बदहाल हो रहे है। इन्ही कारणों के चलते भारत में खेती लगभग घाटे का सौदा बन गया है उन्होंने कहा कि इसके बावजूद देश को भूख, बेरोजगारी तथा विश्वव्यापी मंदी से बचाने हेतु देश का किसान घाटा उठाते हुए भी इस बोझ को दशकों पूर्व से उठाता चला आ रहा है।
केवल फसल की कीमत बढ़ाने से ही किसानों की समस्या कम नहीं होगी बल्कि खेती की लागत घटाने हेतु सरकार को भारी निवेश करना होगा और प्रतिवर्ष प्रति एकड़ एक निश्चित एवम सम्मान जनक धनराशि किसान को मुहैया करानी होगी। सरकारों के अदूरदर्शी सोच के कारण खेती अभिशाप बनी हुई है, खेती मे जमीन की सीलिंग तथा बढ़ती जनसंख्या के कारण छोटी जोत होने से किसान मशीनीकरण में असक्षम है। इसलिए किसानों को इस संकट से उबारने के लिए सरकारों को प्रति एकड़ सम्मानजनक सब्सिडी तथा कृषि क्षेत्र मे सरकारी निवेश को बढ़ाना देना चाहिए।
Topics: रामकोला