Reported By: Ram Bihari Rao
Published on: Apr 19, 2024 | 7:30 PM
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रामकोला/कुशीनगर । त्रिवेणी चीनी मिल परिक्षेत्र के सिरसिया गाँव में गन्ने की वैज्ञानिक पद्धति से खेती, पेड़ी गन्ने की देखभाल, सहफसली खेती,गन्ना फसल सर्वेक्षण आदि विषयों पर जानकारी देने के लिए उत्तर प्रदेश गन्ना किसान संस्थान प्रशिक्षण केंद्र पिपराइच गोरखपुर द्वारा गन्ना विकास गोष्ठी का आयोजन किया गया।
सहायक निदेशक ओम प्रकाश गुप्ता ने किसानों को बताया कि जो किसान दो सौ कुन्तल प्रति एकड़ गन्ना की उपज ले रहे हैं उन्हें लागत बढ़ने की वजह से लाभ नहीं होगा। गन्ने की उपज साढ़े तीन सौ से चार सौ कुंतल प्रति एकड़ होनी चाहिए। मौसम के अनुसार इस समय सभी किसान पेड़ी गन्ने की फसल की सिंचाई , गुड़ाई करें। एक एकड़ में एक सौ किलोग्राम 20-20- 0-13 तथा 30 किलोग्राम पोटाश जड़ों के पास भरपूर नमी की दशा में प्रयोग करें। गन्ने में मूंग , उड़द बोये इससे खरपतवार नियंत्रक होगा । गन्ना सर्वेक्षण पर भी जानकारी दी गई।
अध्यक्षता करते हुए रविकांत सिंह ने बताया कि हम लोग गन्ना किसान संस्थान द्वारा दक्षिण भारत की अध्ययन यात्रा में गए थे देखा गया कि अधिक उपज लेने के लिए पंक्ति से पंक्ति की दूरी बढ़ाना होगा। गोष्ठी में अपर गन्ना प्रबंधक विनोद तोमर , किसान ,अकबर, सुधीर सिंह, हरिवंश कुशवाहा, नंदलाल कुशवाहा, बलराम तिवारी, नवीन चंद्र पांडेय आदि मौजूद रहे।
Topics: रामकोला