Reported By: ज्ञानेन्द्र पाण्डेय
Published on: Jun 11, 2025 | 7:03 PM
152
लोगों ने इस खबर को पढ़ा.
कुशीनगर।सामाजिक न्याय एवं बाल अधिकार संरक्षण परिषद् के केंद्रीय चेयरमैन करुणेश पांडेय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर राष्ट्रीय पुरुष आयोग का अविलंब गठन किए जाने की मांग की है।
श्री पांडेय ने कहा कि वर्तमान में महिलाओं के अधिकार और सुरक्षा के लिए कई आयोग और कानून हैं, लेकिन पुरुषों के लिए ऐसा कोई विशिष्ट आयोग नहीं है। श्री पांडेय ने कहा कि वर्तमान में पुरुषों के साथ लगातार घटित हो रही घटनाओं से पुरुष वर्ग चिंतित है। उन्होंने कहा कि किसी भी समाज में ऐसा कभी संभव नहीं है कि सौ प्रतिशत पुरुष दोषी हों और सौ प्रतिशत महिलाएं निर्दोष। लेकिन जैसे ही ये बातें बहस में आती हैं, बहुत आसानी से पुरुषों पर महिला विरोधी होने का ठप्पा लगा दिया जाता है। उन्होंने कहा कि परिवार को चलाने में यदि मां की भूमिका होती है, तो पुरुष भी तो रात-दिन मेहनत करते हैं। वे भी तो परिवार की जरूरतों के लिए कोई कोर-कसर शेष नहीं रखते। ऐसे में उन्हें सिर्फ खलनायक की श्रेणी में रखना बेहद अनुचित और निंदनीय है।
पुरुष आयोग के गठन से पुरुषों को न्याय और समर्थन मिलेगा और उनके अधिकारों की रक्षा होगी। अतः, उन्होंने प्रधानमंत्री से अनुरोध किया है कि पुरुष आयोग के गठन पर विचार करें और इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर ध्यान दें।
Topics: पड़रौना