Reported By: सुनील नीलम
Published on: Apr 26, 2023 | 6:45 PM
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तमकुही/कुशीनगर। तमकुही विकास खंड के ग्राम पंचायत राजापाकड़ के छोटकी राजापाकड़ टोला में नवनिर्मित विश्वकर्मा मंदिर में प्रतिमा की स्थापना के निमित्त रविवार से आयोजित पंच दिवसीय प्रतिष्ठात्मक श्री विश्वकर्मा महायज्ञ एवं संगीतमयी श्रीमद् भागवत चर्चा के तृतीय दिन मंगलवार की रात्रि वृंदावन से पधारे कथावाचक अनुभव कृष्ण महाराज ने श्रीकृष्ण जन्म का प्रसंग सुनाया। जिसे सुनकर श्रद्धालु झूम उठे।
कथावाचक ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण अर्जुन से कहते हैं कि जब जब धर्म की हानि होती है, जब जब अधर्म बढ़ता है, तब सज्जन लोगों की रक्षा के लिए मै आता हूं, दुष्टों के विनाश करने के लिए व धर्म की स्थापना के लिए मैं आता हूं। उन्होंने कहा कि संसार व समाज में फैले अनाचार, अधर्म व निरंकुश शासन कर रहे जरासंध, कंस, शिशुपाल जैसे अधर्मियो का अंत करने के लिए भगवान को अवतार लेना पड़ा और समाज का कल्याण हुआ। हमारे बीच भगवान आनंद रूप में प्रकट होते तो हैं तो विषय वासनाओं का अंत होता है। कथावाचक ने गज ग्राह की कथा सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। यज्ञाचार्य पं. अवनींद्र नाथ शुक्ल व पं. दीपक राम त्रिपाठी ने परायण पाठ किया। इस दौरान ग्रामीण व श्रद्धालु मौजूद रहे।
Topics: तमकुहीराज