Reported By: Surendra nath Dwivedi
Published on: Jun 7, 2025 | 4:44 PM
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तमकुहीराज । स्थानीय विकाश खंड के तीन गावों सपही तड़वा, भेलिया और कुर्मवता मे विकसित क़ृषि संकल्प अभियान के अंतर्गत वैज्ञानिक कृषक संवाद गोष्ठी क़ा आयोजन किया गया, जिसमे भारत वर्ष को सन 2047 तक क़ृषि के क्षेत्र मे विकसित करने के उद्देश्य से खरीफ फसलों पर आधारित वार्ता हुई |
कार्यक्रम की अध्यक्षता सम्बंधित ग्रामसभा के ग्राम प्रधान ने की ,क़ृषि विज्ञानं केंद्र और क्षेत्रीय अनुसन्धान केंद्र, सरगटिया के विशेषज्ञ डॉ अरुण प्रताप सिंह ने टिकाऊ क़ृषि के लिए किसानो को प्राकृतिक खेती, जैविक खेती और देसी गौ पालन के बारे मे बताया | मृदा परीक्षण के तरीको और फायदे के बारे मे और साथ ही क़ृषि मे रासयानो के दुसप्रभाव के बारे मे विस्तृत चर्चा किये | डॉ गंगा राज आर ने खरीफ फसलों मे जैविक तरीके कीट और रोग प्रबंधन के बारे मे बताया | डॉ वाई पी भारती ने गन्ने की वैज्ञानिक खेती और कीट व रोग नियंत्रण के बारे मे बताया | मोतीलाल कुशवाहा ने जैविक विधि से कीट प्रबंधन मे प्रयुक्त उपकारणों जैसे फेरोमन ट्रैप, स्टीकी ट्रैप और लाइट ट्रैप के बारे मे बताया | मौसम विशेषज्ञ श्रुति वी सिंह ने खरीफ फसलों मे मौसम सम्बंधित जानकारी, मौसम आधारित खेती और दामिनी एप के बारे मे बताया |संयुक्त निदेशक क़ृषि अरविन्द कुमार सिंह ने सम्मानित किसानो से अपील की कि आपलोग स्वामी दयानन्द सरस्वती जी के लोकप्रिय नारे वेदो की ओर चलो के तरह आपलोग भी क़ृषि के अपने मूल सिद्धांतो पर पुनः वापस आवे, जैसे प्राकृतिक खेती, प्राकृतिक रूप से खरपतवार नियंत्रण, कीट व रोग नियंत्रण के बारे मे चर्चा किये | किसानो की आय दुगुनी करने के लिए अनेक विधाओं के बारे मे बताया | उप निदेशक क़ृषि आशीष कुमार ने राज्य सरकार की क़ृषि से सम्बंधित योजनाओं के बारे मे और उनमे आने वाली समस्याओ के समाधान के बारे मे बताया | इस गोष्ठी मे भूमि संरक्षण अधिकारी,ए डी ओ एजी राजेंद्र खरवार, ए डी ओ पी पी मदन गोपाल गौतम, ए टी एम मनोज पाण्डेय और पूर्व जिला पंचायत सदस्य मनोज गुप्ता, पूर्व प्रधान मंत्री जी के साथ साथ सैकड़ो किसान इस वैज्ञानिक किसान संवाद मे सम्मिलित रहे और जानकारी प्राप्त किये |
Topics: कुशीनगर समाचार तमकुहीराज