Reported By: न्यूज अड्डा डेस्क
Published on: Feb 17, 2024 | 6:52 PM
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तमकुहीराज/कुशीनगर। तमकुहीराज थाना क्षेत्र के पांडेय मुन्नीपट्टी,श्याम पट्टी में चल रहे नव दिवसीय रुद्र महायज्ञ के रामकथा के दूसरे दिन कथा व्यास जगद गुरु रामानुजाचार्य गोविंदाचार्य गुप्तेश्वर जी महाराज सती प्रसंग और शिव विवाह की कथा में सनातन प्रेमियों की डुबकी लगवाई ।
ब्यास गद्दी से अपने उद्बोधन में ब्यास जी ने कहा की रामावतार में भगवान की वन लीला प्रसंग में सीता हरण के बाद भगवान राम को साधारण मनुष्य की तरह रोते बिलखते देख कर सती के मन में संदेह हो गया की ये सच्चितानंद भगवान हो नही सकते यादपि शिव जी ने बार बार समझाया पर सती का धनीभूत संदेह नष्ट नही हुआ शिव की आज्ञा से भगवान की परीक्षा लेने गई सीता का भेष धारण कर लेकिन भगवान ने पहचान लिया और अभिवादन कर शिव जी के बारे में पूछा तो सती लज्जित हो गई। फिर भगवान ने अनेक रूप में उनको दर्शन देकर अपनी भगवन्ता उन्हें दिखाई शिव जी के समक्ष आ कर सती ने परीक्षा लेने की बात छिपा ली सर्वज्ञ शिव ने सब जान लिया और सती वा परित्याग किया सती शिव जी के माना करने के बाद भी बिना निमंत्रण अपने पिता के यज्ञ में गई और वहा होने वाले यज्ञ में शिव का भाग्य नही दिए जाने क्रोधित हो कर अपने शरीर को भस्म कर लिया दूसरा जन्म उनका हिमांचल के घर मैना के गर्भ से पार्वती के रूप में हुआ। पार्वती जी ने अपने गुरु की आज्ञा से कठिन तपस्या कर शिव जी को पुन पति के रूप प्राप्त कर लिया ।
आयोजको के विशेष अनुरोध पर जगद गुरु गोविंदाचार्य गुप्तेश्वर जी महाराज ने पूरी कथा भोजपुरी में सुनाई शिव विवाह का प्रसंग सुन कर श्रोता भक्ति भाव में झूम उठे, लेकिन पार्वती की विदाई का प्रसंग श्रोताओं की आंखों को नम भी कर दिया। अधिकांश श्रोता बेटी की बिदाई के प्रसंग में रोते हुए दिखे । रविवार की कथा में राम जन्म उत्सव मनाया जायेगा। शनिवार की राम कथा के मुख्य अतिथि भाजपा के वरिष्ठ नेता डा विजय राय , प्रसिद्ध समाज सेवी मृत्युंजय ठाकुरई के साथ गोबिंद ठकुराई रहे । वही
आयोजन समिति के किसान डिग्री कॉलेज सेवरही के प्रबंधक,पत्रकार अनूप राय, अजय सिंह, मनोज श्रीवास्तव, आलोक राय, कमलेश राय, अजय श्रीवास्तव, रामचंद्र उपाध्याय सुरेंद्र राय ने ब्यास जी की आरती उतारी।
Topics: तमकुहीराज