Reported By: Farendra Pandey
Published on: Jun 22, 2021 | 8:15 PM
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कप्तानगंज/कुशीनगर। कैबिनेट मंत्री- स्वामी प्रसाद मौर्या द्वारा पडरौना विधानसभा में नई चीनी मिल लगाई जाने की मांग की निंदा व लक्ष्मीगंज, पडरौना सहित सभी बन्द चीनी मिलों को अविलंब चलाने की माँग रामचन्द्र सिंहनै की।
भारतीय किसान यूनियन ‘कैबिनेट मंत्री- स्वामी प्रसाद मौर्य ने’ पडरौना विधानसभा में नई चीनी मिल लगाई जाने की मांग और इस सम्बन्ध में मुख्यमंत्री को लिखे गये पत्र की कड़े शब्दों में निंदा करती है तथा कुशीनगर की लक्ष्मीगंज, पडरौना सहित जिले व प्रदेश की सभी बन्द चीनी मिलों को अविलंब चलाने की माँग करता है।
जानकारी के जनपद कुशीनगर की पांच चीनी मिलें (लक्ष्मीगंज, रामकोला (खेतान), पडरौना, कटकुइयाँ और छितौनी और प्रदेश की बुढ़वल सहित कई चीनी मिलों को साजिशन वर्षों से बन्द कर दिया गया जिसे चलवाने के लिये वेटरनस एशोसिएशन (किसान मोर्चा) (पूर्व सैनिक संगठन भारत) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व भारतीय किसान यूनियन (अ) के जिलाध्यक्ष, कुशीनगर – रामचन्द्र सिंह के नेतृत्व में 2017 से लगातार केंद्र और राज्य सरकार से पत्र लिखकर तथा धरने व प्रदर्शन के माध्यम से माँग की जा रही है और इसी सन्दर्भ में प्राथमिकता के आधार पर लक्ष्मीगंज व अन्य सभी बन्द चीनी मिलों को पुन: चलवाने की माँग से सम्बन्धित एक ज्ञापन दिनांक 25 फरवरी 2019 को प्रदेश के कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य को भी दिया गया था जिस पर आज तक उनके द्वारा कोई सकारात्मक पहल करने के स्थान पर अब साजिशन पड़रौना विधानसभा में नई चीनी मिल लगाने का पत्र लिखकर किसानों व मजदूरों द्वारा बन्द चीनी मिलों को चलाने के लिए चलाए जा रहे आन्दोलन को कमजोर करने का घिनौना खेल खेला जा रहा है।
आज हमें समाचार के माध्यम से विदित हुआ है कि, कैबिनेट मंत्री- श्री मौर्य पडरौना विधान-सभा’ में एक नया चीनी लगवाने के लिये मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर माँग किये है जिसका मैं कड़े शब्दों में बार-बार पुरजोर विरोध करते हुए निन्दा करता हूँ तथा उनसे आग्रह करता हूँ कि, अभी भी समय है, किसानों और मजदूरों के साथ खड़े होकर लक्ष्मीगंज बन्द चीनी मिल के साथ साथ जनपद की अन्य बन्द पड़ी चीनी मिलों को 15 अगस्त 2021 तक चलवाने हेतु सकारात्मक पहल करें, क्योंकि चीनी मिलें बन्द हो जाने के वजह से जनपद- कुशीनगर का किसान अपने गन्ने को लेकर मारा-मारा फिर रहा है। चीनी मिलें संचालित हो जाएगी तो जनपद के बेरोजगार, नौजवानों को रोजगार मिल सकेगा तथा साथ ही साथ किसान के बकाये का भुगतान हो जायेगा और गन्ने की पेराई के साथ किसान भी खुशहाल हो जाएगा।
मालूम हो कि, 2019 में पडरौना के माननीय सासंद विजय कुमार दूबे ने भी जनपद कुशीनगर में एक नया चीनी मिल लगवाने की माँग लोकसभा में की थी जिसका विरोध भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष श्री सिंह ने किया था और सांसद को अपनी माँग को वापस लेते हुए लोकसभा में बोलना पड़ा की “चुकी लक्ष्मीगंज और छितौनी बन्द चीनी मिल के ऊपर कोई मुकदमा नही है” इस लिये दोनों बन्द चीनी मिल को चलवाया जाय।
मैं विशेषरूप से कुशीनगर जनपद के सम्मानित नेतागण से बड़े ही आदर के साथ पुनः और पुनः आग्रह करना चाहता हूँ कि, जनपद की चीनी मिलों को पहले घाटा दिखाकर बन्द किए गए और उसे जर्जर बनाकर बेचने और नया चीनी लगवाने में कमीशनखोरी जैसे जनता के धन के लूट का खेल खेलने से बचें और सबसे पहले जनपद कुशीनगर की लक्ष्मीगंज, पडरौना व अन्य सभी बन्द चीनी मिलों को पुन: चलवाने के लिए वेटरनस एसोशिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष (किसान मोर्चा) व भाकियू (अ) के जिलाध्यक्ष, कुशीनगर- रामचन्द्र सिंह के नेतृत्व में किसानों, गरीबों व मजदूरों द्वारा चलाये जा रहे आन्दोलन को कमजोर करने का घिनौना खेल खेलना बन्द करें और बन्द चीनी मिलों को अविलंब चलवाने हेतु सकारात्मक पहल कर आन्दोलन को सफल करें।
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