Reported By: न्यूज अड्डा कसया and न्यूज अड्डा डेस्क
Published on: Nov 1, 2021 | 8:35 AM
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सपहा/कुशीनगर । आजादी के पूर्व से लग रहा सपहा बाजार अब चार साल से नगरपालिका परिषद कुशीनगर का अंग बन चुका है। लोगों को उम्मीद थी कि नपा में शामिल हो जाने के बाद इस बाजार का चतुर्दिक विकास होगा। पर अपेक्षा के विपरीत इस बाजार की उपेक्षा होने लगी है। इस बाजार में अंग्रेज भी खरीददारी करते थे।
ड्रेनेज, सफाई, रोशनी, आबादी के अंदर सम्पर्क मार्गों का दुर्दशा इस बाजार की प्रमुख समस्या है।
जलनिकासी की समुचित व्यवस्था न होने से इस बाजार के लोगों व राहगीरों को भारी असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। जलनिगम विभाग द्वारा छः माह पूर्व बाजार में पूर्व निर्मित नाली को तोडवाकर पानी सप्लाई हेतु पाइप बिछाकर पाइप को ढकने के बाद बिना नाली का निर्माण कराये वैसे ही छोड दिया गया। जिससे पूरे गांव का गंदा पानी बाजार तथा सडक के किनारे बह रहा है। दुर्गन्ध के चलते लोगों को संक्रामक रोग फैलने का डर सता रहा है। बाजार निवासी मोहन केशरी,मुजफ्फर अंसारी,बीरबहादुर कुशवाहा, राकेश केशरी,बुनेला प्रसाद,डोमा जायसवाल, मुकेश केशरी, महावीर केशरी,किसुन,कौशल किशोर जायसवाल आदि ने बताया नगरपालिका को कई बार सूचना दी जा चुकी है। लेकिन उन लोगों की बातों को ऐसा लग रहा है कि बिना धरना प्रदर्शन के नगरपालिका के जिम्मेदार सुनने वाले नहीं हैं।इस सम्बंध में अधिशासी अधिकारी प्रेमशंकर गुप्ता ने बताया कि मामला संज्ञान में नहीं था। सच में ऐसी दिक्कत है तो आज ही उसको दिखवाने के बाद तत्काल जलनिकासी की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाएगी।
दही व मछली के लिए प्रसिद्ध है बाजार:सपहा बाजार की दही,मछली और ताजी सब्जियों के लिए काफी प्रसिद्ध है। यहां कसया सहित अन्य दूररदराज के ग्रामीण बाजार करने नित्य आया करते हैं। यहा सप्ताह में मंगलवार और शनिवार को दो दिन बाजार लगता है।यद्यपि कि इस बाजार को पूर्व सरकार में मंडी के रूप में विकसित कराया गया था लेकिन प्रशासनिक उपेक्षा के कारण इस समय यह बाजार अपना अस्तित्व बचाने के लिए संघर्ष कर रहा है।
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