Reported By: सुनील नीलम
Published on: Mar 31, 2025 | 6:32 PM
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धार्मिक आस्था और समरसता का प्रतीक बना श्री शतचंडी महायज्ञ
– समिति की बैठक में आयोजन की समीक्षा, भविष्य की योजनाओं पर मंथन
तुर्कपट्टी/कुशीनगरद। (सुनील नीलम) दुदही विकास खंड के ग्राम पंचायत दुमही स्थित बंगरा रामबक्स राय टोला के दुर्गा मंदिर परिसर में श्री शतचंडी महायज्ञ एवं राम कथा अमृत वर्षा का भव्य आयोजन सम्पन्न हुआ। कलश यात्रा से प्रारंभ होकर हवन, पूजन और भंडारे तक चले इस धार्मिक महोत्सव ने समूचे क्षेत्र में आध्यात्मिक चेतना का संचार किया। अयोध्याधाम से पधारे कथा प्रवक्ता स्वामी डा. उद्धव शरण महाराज ने रामकथा कही। शनिवार को विधि-विधान से हवन-पूजन के बाद भंडारे का आयोजन हुआ, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। आयोजन समिति ने इसे सामाजिक और धार्मिक समरसता का संगम करार दिया।
सोमवार को मंदिर परिसर में समिति की विशेष बैठक बुलाई गई, जिसमें महायज्ञ की समीक्षा की गई और भविष्य के आयोजनों को और अधिक सुव्यवस्थित बनाने पर चर्चा हुई। अध्यक्ष सत्येंद्र उर्फ गुड्डू शुक्ल ने कहा कि यह आयोजन केवल धार्मिक अनुष्ठान ही नहीं, बल्कि समाज को जोड़ने का माध्यम भी बना। मुख्य यजमान श्रीराम शुक्ल ने संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि भक्तों की अपार श्रद्धा और सहयोग से यह यज्ञ सफलता पूर्वक संपन्न हुआ, इसके लिए हम सभी आभारी हैं।
कोषाध्यक्ष दूधनाथ शुक्ल ने आय-व्यय का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया और पारदर्शिता बनाए रखने का संकल्प दोहराया। मीडिया प्रभारी एडवोकेट अशोक राय ने कहा कि धार्मिक आयोजनों का समाज पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। आने वाले वर्षों में हम इसे और भव्य स्वरूप देंगे। इस बैठक में शोभित शुक्ल, रोहित शुक्ल, बिट्टू शुक्ल, आलोक राय मंटू, तूफानी शर्मा, मिथिलेश शुक्ल, पंकज शुक्ल, गफूर अंसारी, सत्यम राय, कवींद्र शुक्ल, गौरव शुक्ल, दीपेश शुक्ला, जितेंद्र शर्मा, अनिल गुप्ता, सतीश शर्मा, संतोष शुक्ल, अमन, मधुरश्याम शुक्ल आदि उपस्थित रहे।
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समाज को मिला सकारात्मक संदेश
– इस महायज्ञ ने धर्म, आस्था और एकजुटता का संदेश दिया, जिससे क्षेत्र में धार्मिक वातावरण और सामाजिक सौहार्द्र का विस्तार हुआ। आयोजन समिति ने भविष्य में और बड़े स्तर पर कार्यक्रम आयोजित करने का संकल्प लिया, जिससे अधिक से अधिक श्रद्धालु लाभान्वित हो सके।
रिपोर्ट : सुनील नीलम
Topics: तुर्कपट्टी