Reported By: सुनील नीलम
Published on: Mar 8, 2023 | 3:36 PM
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कुशीनगर । तुर्कपट्टी थाना क्षेत्र के ग्राम सभा छहूं के कब्रिस्तानो में बयान करते हुए मौलाना इमामुद्दीन साहब किबला ने कहा कि शबे बरात के रूप में अल्लाह ताला ने एक ऐसी रात का तोहफा दिया जिसमें की कई इबादत अन्य दिनों की इबादत से हजार गुनाह बेहतर होती है इसका जहां सवाब अधिक मिलता है वही अल्लाह की बारगाह में मांगी गई दुआएं शबे बरात की रात में कबूल होती है उन्होंने बताया कि कब्रिस्तानो में आकर अपने मुर्दे परिवार बुजुर्गो की दुआएं मंगफिरत करनी चाहिए।
इसी तरह अल्लाह के महबूब बंदो को अस्तानो पर जाना चाहिए वही पर कब्रिस्तानों , मजारों,बुजुर्गो के अस्तानों की सजावट किया गया था वही छहूं स्थित हजरत बाबा शहिद रहमतुल्लाह अलैहि के अस्तानो पर भी सजावट किया गया था इबादत व मगफिरत का यह पर्व शबे बरात इस्लामी कैलेंडर के शाबान महीना के 15 तारीख को मनाया जाता है मस्जिदों में इबादत के लिए आने वाले धर्मावलंबियों के लिए विशेष रूप से व्यवस्था की जाती है क्योंकि शाम ढलते ही मस्जिदों में इबादत करने वाले लोगों की भीड़ जुटने लगती है शाम से लेकर सुबह के फजर की नमाज तक लोगों की भीड़ जुटी रहती है इस क्रम में लोग कब्रिस्तान भी जाते हैं और फातिहा पढ़ते हैं पर्व को लेकर बच्चों में खुशी का वातावरण है। बच्चे उत्साहित हैं। शबे बरात के ठीक 15 दिनों के बाद रमजान शुरू हो जाता है शाबान और रमजान का महीना मुसलमानों के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जाता है यही वजह है कि शबे बरात पर्व का काफी महत्व दिया जाता है ।
कमेटी अध्यक्ष, याकूब अंसारी,मोनू अंसारी, महफूज आलम, जुनाब अंसारी, बाबू हुसैन,सलमान शाह,समीर शाह, अब्दुल अंसारी, ताजमुलुक अंसारी,सलीम अंसारी,
Topics: तुर्कपट्टी