Reported By: न्यूज अड्डा डेस्क
Published on: Jan 30, 2021 | 5:35 PM
666
लोगों ने इस खबर को पढ़ा.
ब्रजभूषण मिश्र/न्यूज़ अड्डा
हाटा नगर/कुशीनगर । शनिवार को मथौली बाजार मे स्थित श्रीमुरलीधर भागवत लाल महाविद्यालय मे कलमकार साहित्यिक संस्था द्वारा आयोजित कवि गोष्ठी की शुरुआत माँ सरस्वती के चित्र पर मुख्य अतिथि आचार्य मुकेश श्रीवास्तव द्वारा पुष्प अर्पित कर किया गया| इसके बाद कवियों ने अपनी अपनी रचनाएं पढ़ी।
माँ शारदे की वंदना पूजा पांडेय ने सुनाया। तदोउपरांत कवि प्रदीप मिश्रा ने यह सुनाया,-
“खता इश्क है तो खता की है मैंने”
शायर ए हमिद आरजू ने यह सुनाया-
“सर्दियों में ठिठुर गया सूरज,
आओ देखें किधर गया सूरज”
शायर फरीद कमर ने खूब सुनाया-
“बाजुओं को जो बचाते हैं तो पर कटता है।”
वहीं जैद कैमुरी ने सुनाया-
“कहीं खुशी तो कहीं गम का ही फसाना है।”
मुख्य अतिथि मुकेश श्रीवास्तव ने यह सुनाया-
“राम की पुरी रामायण सीता है
हां मगर इंतिहान सीता।”
इसके अलावा मधुसूधन पांडेय, शैलेन्द्र असीम, बेचू बी ए, लियाकत अली जौहर, मुजीब सिद्दकी मौज, आर के भट्ट बांवरा, जय कृष्ण शुक्ल अनामदास, अर्शी बस्तवी, डा इम्तियाज समर, डॉ नर्वदा सिंह, नुरुद्दीन नूर,बलराम राय सहित अन्य कवियों ने भी रचना पाठ किया।
संस्था के अध्यक्ष व महाविद्यालय के प्राचार्य ने सभी आगन्तुक कवियों व श्रोताओं का आभार प्रकट किया।
कवि गोष्ठी की अध्यक्षता डी. के.पांडेय ने व संचालन फारुख जमाल ने किया।
इस दौरान डॉ इरशाद अहमद, संदीप मिश्रा,शकील अफगन,डा दिलीप राव,डा दिव्या राय,सुधीर चौहान,रमेश यादव,रजनीश पांडेय, रानु श्रीवास्तव,जलालुद्दीन शाह सहीत महाविद्यालय के छात्र-छात्राये मौजुद रहे|
Topics: हाटा