Reported By: Surendra nath Dwivedi
Published on: Jun 17, 2020 | 9:14 AM
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कमलेश के कंधे पर सजा आज सिल्वर स्टार, बने पुलिस उपाधीक्षक
न्यूज अड्डा से सुरेन्द्र नाथ द्विवेदी
मन में देश सेवा का जज्बा पाल खाकी वर्दी धारण कर कानून का पाठ पढा़ने वाले पुलिस इंस्पेक्टर कमलेश सिंह के कंधे पर अब सिल्वर स्टार सज चुके हैं। उनकी कर्तव्य निष्ठा को देखते हुए शासन ने उन्हें प्रोन्नति देते हुए पुलिस उपाधीक्षक पद पर आसीन कर दिया है।
आइये पढ़े कौन है कमलेश
कभी आजमगढ़ जिले में जरायम की दुनिया के 29 कुख्यात अपराधियों का सफाया करने वाले इस पुलिस अधिकारी का खौफ आज भी तमाम बदमाशों में आज भी कायम है।
चन्दौली जिले के मूल निवासी कमलेश सिंह वर्ष 1998 में नागरिक पुलिस सेवा में उपनिरीक्षक पद पर नियुक्त हुए। आजमगढ़ जनपद में तैनाती के दौरान जरायम पेशा से जुड़कर जनमानस में आतंक का पर्याय बने बदमाशों को सबक सिखाने की ठान चुके इस वर्दीधारी का कारनामा जनपद के लोगों ने खुली आंखों से देखा। इस जांबाज पुलिस अधिकारी के हाथों कुल 29 बदमाश मारे गए। कमलेश सिंह की गोली के शिकार हुए लोगों की लंबी फेहरिस्त है।
कमलेश सिंह की टीम के हाथों मारे गए अपराधियों में न्यायालय पेशी के दौरान सुरक्षाकर्मियों के असलहे लूट कर फरार हुए कुख्यात अपराधी श्रीकांत पासी या फिर राजन पासी मुठभेड़ में मारे गए। वर्ष 2004 में जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र में चार लोगों की हत्या में शामिल रहे कुंटू सिंह गिरोह के शार्प शूटर गुड्डू सिंह का कमलेश सिंह व उनकी टीम ने काम तमाम कर दिया। इसी तरह वर्ष 2005 में मऊ जनपद के खुरहट क्षेत्र में सिपाही की हत्या कर असलहा लूटकर साथियों के साथ भागने वाले अपराधी भीमराज यादव को इस पुलिस अधिकारी ने उसके एक साथी के साथ दिवंगत आरक्षी के त्रयोदशाह के दिन मुठभेड़ में मार गिराया। इस अपराधी के मारे जाने के बाद उस वर्ष मऊ जनपद की पुलिस ने होली का त्यौहार मनाया था। इसी क्रम में मऊ जनपद के ठेकेदार मन्ना सिंह की हत्या में शामिल अपराधी काली पासी, राज श्रीवास्तव एवं शेषनाथ चौहान को इसी टीम ने मुठभेड़ के दौरान मार गिराया। *कमलेश सिंह के हाथ लगी बड़ी उपलब्धियों में शुमार पूर्वांचल के कुख्यात अपराधी जेपी यादव गिरोह का सफाया रहा।9 जनवरी 2009 को सिधारी थाना क्षेत्र में हुई मुठभेड़ के दौरान इनामी अपराधी जेपी यादव उसके चार अन्य साथी मारे गए। इस दौरान पुलिस ने मृत अपराधियों के कब्जे से पुलिस से लूटी गई दो कार्बाइन भी बरामद किया। इस मुठभेड़ के दो साल बाद कमलेश सिंह को इंस्पेक्टर पद पर प्रोन्नति मिली।जनपद में अपने सफल कार्यकाल के बाद उत्तरप्रदेश बिहार सिमा पर स्थित कुशीनगर जनपद में तैनात रहे इंस्पेक्टर कमलेश सिंह ने एक करोड़ 72 लाख रुपए की हाटा कोतवाली क्षेत्र से कैश वैन लूट का सफल अनावरण करते हुए एक लाख के इनामी शातिर लुटेरे अमित राय उर्फ फौजी को गिरफ्तार किया।इस उपलब्धि पर सूबे के डीजीपी ने कमलेश सिंह को सिल्वर मेडल से नवाजा था। उनकी इन्हीं उपलब्धियों को देखते हुए शासन ने अब इंस्पेक्टर कमलेश सिंह को पुलिस उपाधीक्षक पद पर आसीन करते हुए उन्हें उनकी कर्तव्यनिष्ठा का ईनाम प्रदान किया है। तमाम अपराधियों को मौत की नींद सुलाकर आमजन को राहत पहुंचाने वाले इस पुलिस अधिकारी के प्रोन्नति की जानकारी पाकर उनके शुभचिंतकों में हर्ष की लहर व्याप्त है। कार्यो के प्रति कठोर हृदय से कोमल कमलेश सिह अपने हाथों अपने मातहतों को किस प्रकार की नुकशान न करना भी बिभाग में चर्चा में बनाया रहता है। अपने अधिकारियों के दिशा निर्देश, व दिये गए टास्क को पूरा करने के आतुर कमलेश समय निकाल मंदिरों के चौखट पर माथा टेकते रहते है वही जरूरत मन्दो के बीच उनकी सेवा भी इन्हें चर्चा में रखता है। जानकारी के लिये यहाँ बताना लाजमी होगा की कुशीनगर जनपद में अपना योगदान देने के समय मे उत्तरप्रदेश – बिहार सीमा पर स्थित बाबा दोना शुक्ल धाम पर हर माह के प्रत्येक गुरुवार जरूरत मन्दो के बीच हलुआ-पूड़ी खिलवाना भी इनका सनातन धर्म से अपना लगाव का परिचय करता रहा है। आज के दिन जैसे ही खबर लोगो तक पहुचीं की कमलेश पुलिस उपाधीक्षक बन गये, बधाइयों का सुमार लगातार शुरू है।
Topics: कुशीनगर पुलिस