Reported By: न्यूज अड्डा डेस्क
Published on: Oct 12, 2020 | 10:17 AM
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यूपी में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में तेजी से योगी सरकार के महिला सुरक्षा के दावों पर सवाल उठ रहे हैं. ऐसे में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर योगी सरकार खास प्लान पर काम रही है. दरअसल, यूपी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर 17 अक्टूबर से ‘मिशन शक्ति’ का आगाज हो रहा है. शारदीय नवरात्र से बासंतिक नवरात्र के राम नवमी तक चलने वाले इस विशेष अभियान में ग्राम पंचायत से लेकर औद्योगिक इकाइयों तक, स्कूल कैंपस से लेकर सरकारी विभागों तक, दुर्गा पंडालों से लेकर रामलीला के मंच तक हर जगह महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान के भाव को बढ़ाने के लिए मिशन के रूप में काम किया जाएगा.
पुलिस विभाग के साथ-साथ बेसिक, उच्च, माध्यमिक, प्राविधिक शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास, एमएसएमई सहित 23 विभागों के साथ-साथ व्यापारी, चिकित्सक, उद्यमी सहित विभिन्न निजी व गैर सरकारी संस्थाएं इस महत्वपूर्ण अभियान में भागीदार होंगी. यही नहीं परिवहन विभाग के साथ-साथ ओला और उबर जैसी निजी परिवहन तंत्र भी इसमें प्रतिभाग करेंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें नवरात्र का वास्तविक संदेश आत्मसात करना होगा. योगी ने कहा कि सशक्त स्त्री, समृद्ध समाज का आधार है. मुख्यमंत्री ने प्रदेश की एक-एक बालिका और महिला की सुरक्षा, गरिमा और सशक्तिकरण सुनिश्चित करने का संकल्प लेते हुए ‘मिशन शक्ति’ को सफल बनाने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि महिला सुरक्षा, गरिमा और सशक्तीकरण को ‘जनांदोलन’ बनाने की आवश्यकता है.’ मिशन शक्ति’ इसका आधार बनेगी. उन्होंने कहा कि अभियान के पहले चरण में जागरूकता पर हमारा सर्वाधिक जोर होगा.
शारदीय नवरात्र के नौ दिन नारी गरिमा और सशक्तीकरण थीम पर अलग-अलग कार्यक्रम अयोजित किये जायेंगे. छोटे फिल्म प्रदर्शन, सुरक्षा शपथ, नुक्कड़ नाटक, महिलाओं से जुड़े कानूनों का प्रचार तथा सफल महिलाओं की प्रेरक कहानियां प्रसारित करने जैसे प्रयास लोगों को जागरूक करने में सहायक होंगे. सीएम ने कहा कि इस कार्यक्रम को गांव से लेकर वार्ड तक ले जाना होगा. स्कूलों से औद्योगिक इकाइयों तक इस विषय पर जागरूकता बढ़ानी होगी.उन्होंने कहा कि जागरूकता के साथ-साथ इंफोर्समेंट की प्रभावी कार्यवाही भी चलती रहनी चाहिए. मुख्यमंत्री ने इसके लिए विभागवार विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने ये भी कहा कि प्रदेश के हर थाने पर महिला हेल्प डेस्क की स्थापना की जाए. इसके अलावा उन्होंने वीमेन पावर लाइन 1090 को अधिक प्रभावी बनाने के भी निर्देश दिए।