Reported By: न्यूज अड्डा डेस्क
Published on: Oct 13, 2020 | 6:46 PM
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चंद्रप्रकाश त्रिपाठी/न्यूज अड्डा
वैश्विक महामारी कोरोना के कारण स्कूल और कॉलेज 16 मार्च 2020 से ही बंद हैं। सरकारी प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने वाले अधिकाधिक बच्चे इंटरनेट और एंड्रॉयड मोबाइल से वंचित हैं।ऑनलाइन शिक्षा से वंचित बच्चों को शिक्षित और संस्कारित करने के लिए प्राथमिक विद्यालय सुकरौली के सहायक अध्यापक प्रदीप सिंह की “मोहल्ला पाठशाला” इन दिनों क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।लंबे समय से स्कूल कॉलेज बन्द पड़े हैं।प्रदीप सिंह द्वारा दलित बस्ती सहित 3 स्थानों पर 2-2 घंटे की 6 दिवसीय “मोहल्ला पाठशाला” संचालित किया जा रहा है।यह मोहल्ला पाठशाला सायं काल 3 बजे के बाद और छुट्टी के दिन संचालित हो रही है। प्रदीप सिंह अपने व्यक्तिगत खर्च से मास्क और सेनेटाइजर उपलब्ध करा रहे हैं। बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए शारीरिक दूरी के नियमों का पालन किया जा रहा है। पहले छात्र संख्या अधिकतम 20 रखा गया था लेकिन अभिभावकों के आग्रह पर यह संख्या बढ़ाकर 30-35 किया गया है। मोहल्ला पाठशाला में शिक्षा के साथ-साथ बच्चों में संस्कार और देश भक्ति की भावना भरने के लिए प्रतिदिन अलग-अलग बोध कथा,प्रेरक प्रसंग और अभियान गीत भी कराया जा रहा है। खण्ड शिक्षाधिकारी सुकरौली श्री विजय कुमार गुप्ता ने बताया है कि प्रदीप सिंह द्वारा कोरोना काल के पूर्व और कोरोना काल में किया जा रहा कार्य बहुत ही सराहनीय है। बेसिक शिक्षाधिकारी कुशीनगर श्री विमलेश कुमार ने कहा है कि प्राथमिक विद्यालय सुकरौली के शिक्षक/शिक्षिकाओं द्वारा बच्चों के घर तक पहुँचने और सहायक अध्यापक प्रदीप सिंह द्वारा “मोहल्ला पाठशाला”की पहल प्रशंसनीय है ।
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