Reported By: ज्ञानेन्द्र पाण्डेय
Published on: Sep 15, 2024 | 11:52 AM
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अहिरौली बाजार/कुशीनगर।सुकरौली विकास खण्ड क्षेत्र अंतर्गत स्थित ग्राम बेंदुआर टोला झुंगहिया निवासी दिव्यांग सेतभान निषाद का कुनबा सरकारी मदद को दरकार है।
बता दें कि सेतभान 2011 में गंभीर बीमारी के शिकार होने के कारण पैरालिसिस से विकलांग हो गया जिसकी आर्थिक ख़राब होने के कारण समय से दवा नही करा सका जिसके कारण सेतभान के पुरे शरीर से पूर्ण रूप से लकवा का शिकार हो गया। जिससे उसे क्रिया कर्म करने में भी कठिनाईयां होती। पहले सेताभान मेहनत मजदूरी करके अपने परिवार का भरण-पोषण करता था।सेतभान के कंधे पर पुरे परिवार की जिम्मेदारियां थी। सेतभान अपने घर में अकेला कमाने वाला आदमी था सेतभान के दो लड़के व दो लड़किया है जिसमें गांव के लोगो के सहयोग से सबसे बड़ी बेटी की शादी करा दिया गया।वही दूसरे नंबर पर बड़ा लड़का भोलू निषाद है।जिसके सर पर पिता की बिमारी और परिवार की जिम्मेदारी ने खेलने कूदने व पढ़ाई करने के कम उम्र में ही मेनहत मजदूरी करने पर मजबूर कर दिया। भोलू परिवार की आर्थिक स्थिति को देखकर गांव के लोगों के साथ मुंबई में काम करने के लिए चला गया।सेतभान की पत्नी मीना देवी ने बताया कि चुनाव के समय जनप्रतिनिधियों ने तमाम वादे किए तमाम सपने दिखाए।लेकिन कोई मदद नहीं मिला।
कुछ लोग विकलांग सर्टिफिकेट बनवाने व ईलाज कराने का प्रलोभन दे कर वोट लेने के बाद सब वादे भूल गए।मैं अपने पति को लेकर कई बार जिला अस्पताल पडरौना का चक्कर लगाती रही लेकिन डॉक्टर इस आफिस उस ऑफिस में दौड़ाते रहे।अंत में मैं थक हारकर और मजबूर होकर पैसे व आर्थिक तंगी के कारण अस्पताल का चक्कर लगाना छोड़ दिया।और मेहनत मजदूरी करके अपने घर की जिम्मेदारियां सँभालने लगी।उन्होंने बताया कि राशन कार्ड में ये बना है।राशन मिलता है।लेकिन सरकार की अन्य जो योजनाओं का लाभ हमें नहीं मिला है।
Topics: अहिरौली बाजार कुशीनगर पुलिस