Reported By: ज्ञानेन्द्र पाण्डेय
Published on: Jan 1, 2024 | 5:00 PM
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अहिरौली बाजार/कुशीनगर।कुशीनगर जनपद के विकासखंड कप्तानगंज के ग्राम पंचायत मुजहना निवासी बालकृष्ण त्रिपाठी जो एक माध्यम वर्गी परिवार में पैदा हुए वर्तमान समय में उत्तर प्रदेश के चित्रकूट मंडल में आयुक्त पद पर तैनात हैं और आयुक्त पद को सुशोभित करते हुए क्षेत्र और जनपद का मान बढा रहे हैं। बालकृष्ण त्रिपाठी जी ने अपनी सेवा की शुरुआत प्रांतीय सिविल सेवा सर्विसेज के द्वारा किया।
जिसमें उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा वर्ष 1989 की आयोजित परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया और प्रादेशिक सिविल सेवा में चयनित हुए तथा उत्तर प्रदेश के विभिन्न तहसीलों में कार्य करते हुए उप जिलाधिकारी के पद को सुशोभित किया तब यह उत्तराखंड के नैनीताल हरिद्वार आज तहसीलों में भी कार्यरत रहे। सेवाओं का क्रम आगे जारी रहा और जैसे-जैसे सेवा का विस्तार होता गया इन्हें सिटी मजिस्ट्रेट और अपर जिलाधिकारी के पद पर प्रदेश सरकार द्वारा तैनाती दी गई इसके बाद इन्हें मुख्य विकास अधिकारी के पद पर तैनाती का अवसर प्राप्त हुआ। प्रदेश के विभिन्न जनपदों में उप जिलाधिकारी अपर जिलाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी के पद पर कार्य करते हुए इन्हें जिलाधिकारी बनने का अवसर प्राप्त हुआ और दो वर्ष तक अमरोहा जनपद के जिलाधिकारी के रूप में अपनी सेवाएं भी दी और अपने दायित्व का बखूबी निर्वहन करते हुए जनता को न्याय देने का काम किया। प्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों खाद एवं रसद, हथकरघा, उद्यान, पंचायती राज जैसे महत्वपूर्ण विभागों में अपनी सेवाएं देकर अपने दायित्व का निर्माण किया और अपर आयुक्त जैसे पदों को भी सुशोभित करते हुए चित्रकूट मंडल में 1 जनवरी 2024 को प्रदेश सरकार द्वारा इन्हें आयुक्त के पद पर तैनाती दी गई। बालकृष्ण त्रिपाठी का परिवार मध्यम वर्गी परिवार रहा है इनके पिता श्याम नारायण त्रिपाठी कुशीनगर जनपद के बुद्ध स्नातकोत्तर महाविद्यालय के शिक्षा विभाग में कार्यरत थे तथा उनकी प्रारंभिक शिक्षा दीक्षा कुशीनगर जनपद में सरस्वती शिशु मंदिर में तथा उच्च शिक्षा दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय गोरखपुर से संपन्न हुई है। तथा अपने प्रथम प्रयास में ही इन्होंने उस समय की तत्कालीन लोक सेवा आयोग उत्तर प्रदेश की परीक्षा को उत्तीर्ण कर प्रथम स्थान प्राप्त किया था उनकी पत्नी स्नेहा यूट्यूबर और समाज सेविका है। बालकृष्ण त्रिपाठी ने अपने इस सफलता के लिए अपने गुरुजनों व शुभचिंतकों को श्री देते हुए बताया कि गुण के बताए हुए रास्ते पर चलकर यह हम भविष्य के लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं जो हमारे जीवन के रास्ते को एक नई दिशा दे सकता है।
उनकी पुत्री शांभवी त्रिपाठी भारतीय इंजीनियरिंग सेवा में चयनित होकर भारतीय रेलवे में सेवा दे रही है। गांव के ही विकास त्रिपाठी, शशि भूषण त्रिपाठी, विनय त्रिपाठी, ओमप्रकाश त्रिपाठी ,सरयू प्रसाद त्रिपाठी तथा ग्राम प्रधान राम प्रताप ने उनके जीवन के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए उनके उत्तम स्वास्थ्य की कामना की है।
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