Reported By: अनिल पाण्डेय
Published on: Aug 10, 2025 | 8:28 PM
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बोदरवार, कुशीनगर :- शेरो और शायरी के बेताज बादशाह के रूप में उभरे हुए कई कार्यक्रमों के माध्यमों से सम्मानित हुए वरिष्ठ शायर डाo इम्तियाज समर के आवास पर एक बैठक के माध्यम से शेरो शायरी के कार्यक्रम का आगाज हुआ l जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में जनाब लियाकत अली जौहर और अध्यक्षता मशहूर शायर एडवोकेट अब्दुल हमीद “आरजू ” साहब ने की l तथा संचालन डाo अर्शी बस्तवी ने किया l
ज्ञात हो ? कि विकास खंड कप्तानगंज अंतर्गत डाo इम्तियाज समर के आवास पर शनिवार के दिन बीती रात कवियों की हुई बैठक में नूरुद्दीन नूर की नात पाक ( सरस्वती बंदना ) के बाद वकायदा शेरो शायरी का आगाज हुआ l जिसमें शायर नुरुद्दीन नूर ने ” हँसी में जब शरारत आ गई, तो खतरे में शराफत आ गई ” के गजल को सुना कर महफिल को ऊँचाई प्रदान किया l
इसी कड़ी में शायर इम्तियाज समर ने ” भूखे लोगों का है दरकार निवाला साहेब, सिर्फ जुमलों से गुजारा नहीं होने वाला ” की गजल सुना कर बाहबाही लूटी गई l और लियाकत अली जौहर ने अपने अंदाज में ” जिसको सिराब करना है करे, हर समंदर हर नदी है आप की ” कलाम को सुना कर महफिल में चार चाँद लगा दिए l आगे संचालन कर रहे डाक्टर अर्शी बस्तवी ने भी महफिल में ” बस इसलिए कि इस से राफाकत बनी रहे, क्या किया न इसके नाज उठाना पड़ा मुझे ” चंद गजल को सुनाकर तालियों को बटोरा गया l इसी कड़ी में अध्यक्षता कर रहे एडवोकेट अब्दुल हमीद आरजू ने भी ” पहले वह नब्ज अपना टटोललता है, एक दानिशमंद तब बोलता है ” के कलाम को सुनाया तो लोगो के बाह – बाह और तालियों से महफिल गूंज उठी l
आगे मेजबान डाo इम्तियाज समर द्वारा आए हुए कवियों और श्रोताओं का आभार व्यक्त किया गया l तथा अंत में महफिल की अध्यक्षता कर रहे आरजू साहब ने कार्यक्रम का समापन किया l इस अवसर पर अभ्य मद्धेशिया, मंजूर हसन, ओमप्रकाश, सैफ अली, राजन आदि श्रोतागण मौजूद रहे l
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