संतकबीरनगर जनपद के धनघटा थाना पर घूस लेते एंटी करप्शन टीम की गिरफ्त में आए दरोगा राम मिलन यादव को बुधवार को जेल भेज दिया गया। वहीं विजिलेंस टीम की तहरीर पर देर रात कोतवाली खलीलाबाद थाना पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। वहीं गिरफ्तार दरोगा के साथ मुखलिसपुर और नाथनगर चौकी पर विजिलेंस टीम को रोकने और दरोगा को छुड़ाने की कोशिश और हाथापाई करने वाले दो एसआई समेत आठ पुलिसकर्मियों पर केस दर्ज करने के साथ ही उन्हें भी निलंबित कर दिया गया है।
धनघटा थाना क्षेत्र के कर्मा गांव निवासी अब्दुल्लाह पुत्र इस्मत हुसैन ने थाने पर तैनात दरोगा राम मिलन यादव पर मुकदमे में आरोप पत्र दाखिल करने के लिए दस हजार रुपये घूस लेने की शिकायत एंटी करप्शन टीम से 24 जुलाई को की थी। इसके बाद टीम ने अपना जाल बिछाया और जिलाधिकारी से अनुमति लेने के बाद एसआई राम मिलन यादव को मंगलवार को उसके आवास से घूस के रुपये समेत दबोच लिया। वहां से टीम दरोगा को लेकर जनपद मुख्यालय खलीलाबाद रवाना हुई। रास्ते में महुली थाना क्षेत्र के मुखलिसपुर चौकी व नाथनगर में पुलिस टीम ने बैरियर लगाकर एंटी करप्शन ट्रैप टीम को रोकने के साथ ही दुर्व्यवहार कर दरोगा को छुड़ाने का भी प्रयास किया। किसी तरह वहां से बचकर टीम दरोगा को लेकर कोतवाली खलीलाबाद पहुंची और अग्रिम कानूनी कार्रवाई पूरी की। इसके साथ ही एंटी करप्शन की टीम ने एसपी डॉ. कौस्तुभ को एक गोपनीय पत्र दिया। उसकी सीओ से जांच कराने के बाद एसपी ने मामले में मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया। महुली थाने पर एसपी के आदेश के बाद एंटी करप्शन टीम के पत्र के आधार पर दो एसआई समेत आठ पुलिसकर्मियों के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत किया गया। बुधवार को कोतवाली पुलिस की अभिरक्षा में घूसखोर दरोगा को गोरखपुर न्यायालय भेजा गया। वहां से जेल भेज दिया गया। दरोगा को भी निलंबित कर दिया गया है।
इन पुलिसकर्मियों पर हुई कार्रवाई
एंटी करप्शन टीम को बैरियर लगाकर रोकने के मामले में महुली थाने पर तैनात छह पुलिसकर्मियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर उन्हें निलंबित किया गया। जानकारी के अनुसार मुखलिसपुर पुलिस चौकी पर लोहे की स्लाइडिंग बैरियर लगाकर एंटी करप्शन ट्रैप टीम के सरकारी वाहन को रोक दिया गया। परिचय पत्र दिखाने के बाद भी पुलिस जवानों ने आक्रामक होकर गाड़ी पर बेंत पीटा। गिरफ्तार किए गए आरोपित अभियुक्त एसआई राम मिलन यादव को छुड़ाने का प्रयास करने के साथ ही हाथापाई भी की। नाथनगर पुलिस बूथ पर भी इसी तरह से पूर्व सुनियोजित साजिश के तहत सरकारी वाहन रोककर चालक से चाबी लेकर हाथापाई व दुर्व्यवहार किया गया। पुलिस अधीक्षक डॉक्टर कौस्तुभ ने बताया कि धनघटा थाना क्षेत्र के पौली चौकी प्रभारी मनोज पटेल और एसआई हरिकेश भारती की इसमें संलिप्तता पाई गई। इनके साथ ही कांस्टेबल अजीत पासवान, सत्येंद्र सिंह, रवि चौरसिया आदि एवं एचसी जगदंबा तिवारी, अमरेंद्र सिंह बघेल और कांस्टेबल राजकिशोर के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत हुआ है। सभी को निलंबित कर दिया गया।
एंटी करप्शन ट्रैप टीम की कार्रवाई के बाद पुलिसकर्मियों के दखल से पैदा हुई विवादास्पद स्थिति की जांच कराई गई। इसके बाद पुलिसकर्मियों के विरुद्ध अभियोग दर्ज करते हुए संबंधित सभी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। आरोपी दरोगा को भी सस्पेंड कर दिया गया है।
– डॉक्टर कौस्तुभ, एसपी, संतकबीरनगर
गांव में लगाए गए हेल्थ कैंप में 56 बच्चों की ली गई सैंपल साफ-सफाई…
गोरखपुर। अपर पुलिस महानिदेशक रेलवे के निर्देश पर चलाए जा रहे विशेष अभियान के…
गोरखपुर । रेलवे सुरक्षा एजेंसियों की संयुक्त कार्रवाई में गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर 99…
गोरखपुर। जीआरपी गोरखपुर ने रेलवे स्टेशन परिसर में चेकिंग के दौरान दो युवकों को…