Reported By: न्यूज अड्डा डेस्क
Published on: Jul 19, 2021 | 4:26 PM
579
लोगों ने इस खबर को पढ़ा.
पडरौना/कुशीनगर (न्यूज अड्डा)। कोविड–19 के वजह से केन्द्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों (थल सेना, वायु सेना और नव सेना व अन्य सभी ) का मंहगाई भत्ता 01 जनवरी 2020, 01 जुलाई 2020 और 01 जनवरी 2021 से बन्द कर दिया गया था। विगत दो दिन पूर्व केन्द्रीय मंत्रिमंडल द्वारा फैसला लिया गया है कि केन्द्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों का मंहगाई भत्ता जो 01 जनवरी 2020 से लेकर 30 जून 2021 (18 महीने) तक रोका गया था इस अवधि का मंहगाई भत्ता 11 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी करके केन्द्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को 01 जुलाई 2021 से दिया जायेगा मगर उपरोक्त अवधि (18 महीने) की मंहगाई भत्ता का एरियर जो 11 प्रतिशत बढ़ाया गया है केन्द्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को नही दिया जायेगा जो केन्द्रीय कर्मचारियों के साथ सरासर धोखा और फरेब है। केंद्र की यह पहली सरकार है जो केन्द्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के मंहगाई भत्ते को नही देने का फैसला किया है जो आने वाले समय में इसका असर भाजपा को झेलना पड़ेगा। केन्द्र सरकार अब केन्द्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के ऊपर भी अपनी तानाशाही दिखाना शुरू कर दिया है जिसे वेटरनस एसोसिएशन कत्तई बर्दाश्त नही करेगा उक्त बाते वेटरनस एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष किसान मोर्चा रामचन्द्र सिंह ने राष्ट्रपति को भेजे गए पत्र के माध्यम से अवगत कराया है। आगे श्री सिंह ने पत्र के माध्यम से राष्ट्रपति से माँग किये है की केन्द्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों का मंहगाई भत्ता जो 11 प्रतिशत 01 जनवरी 2020 से लेकर 30 जून 2021 (18 महीने) का बढ़ाया गया है उसका एरियर को दिलवाने में अपनी अहम भूमिका निभाए जो केन्द्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों (थल सेना, वायु सेना और नव सेना व अन्य सभी) के हित में होगा।
Topics: पड़रौना