Reported By: न्यूज अड्डा डेस्क
Published on: Jan 15, 2022 | 5:28 PM
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कुशीनगर। नेबुआ नौरंगिया विकास खंड के अन्तर्गत केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा गरीबों के लिए तमाम योजनाए चलाकर लाभ पहुँचाने की दवा कर रही है ।लेकिन लपरवाह भ्रस्ट सरकार और अधिकारियों एंव क्रमचारियों के कारण धरातल न पहूँचकर भ्रस्टचार्य का भेट चढ़ा रहा है ।एक एेसा ही मामला है नेबुआ नौरंगिया विकास खंड के अन्तर्गत लक्ष्मीपुर का है जहा एक पीड़ित महिला झोपड़ी मे रहने को मजबूर है बताया जाता है कि पीड़िता महिला एक बेवा है ।उक्त परिवार मे कुछ वर्षो पुर्व कुदरत का कहर एेसा बरपा पहले सास विधवा हुई फिर बहू विधवा हो गई फिर इसी तरह से इस तरह से इस पीड़िता परिवार पर न तो सरकारी अमला ही ध्यान देता है ।नही को जनप्रतिनिधि उल्लेखनीय है। बेवा पानमति अपने बेवा बेवा बहू सुभावती और उसके बच्चे ,काजल,सुधा ,अंशु सोनम,और गणेश के साथ कुश की बनी हुई टूटी फूटी झोपड़ी मे रहकर अपना गुजर बसर करती है। घर मे कमाऊ सदस्य के मुत्यु के बाद और माली हालत बेहतर नही होने के कारण आर्थिक तंग से उबरने के लिए बेवा बहू सुभावती ने गाँव के जमीदार के खेत मे मजदूरी करना शूरू कर दिया मजदूरी के मिले हुए पैसों से इस परिवार का गुजर बसर चलता। एक दिन मजदुरी नही करने पर परिवार का गुजरबसर करने पर भुखमरी के कगार पर आ जाता है ।चाहे कोई मौसम या परिस्थिति हो पर मजबूरी मे बेवा बहू को मजदूरी करने जाना पड़ता है ।गरीबी का देश झेलने के कारण इनके बच्चे पढ़ाई और शिक्षा अच्छी तरह नही ग्रहण कर पाते अंत्योदय कार्ड ,नाम मात्र केभी योग्य भूमि और मजदुरी के सहारे अपना जीवन यापन करने वाला परिवार मुलभूत सारी सुविधाओं से वंचित है और इस परिवार को सुविधा देने वाला कोई नही है ।
अजित यादव/न्यूज अड्डा
Topics: अड्डा ब्रेकिंग नेबुआ नोरंगिया सरकारी योजना