Reported By: Surendra nath Dwivedi
Published on: Oct 9, 2025 | 9:16 PM
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कुशीनगर। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सीमा पार अपराध और तस्करी पर लगाम कसने के लिए गुरुवार की शाम उत्तर प्रदेश और बिहार के सीमावर्ती पुलिस अधिकारियों की एक अहम बैठक हुई। यह बैठक उत्तर प्रदेश की सीमा पर स्थित बहादुरपुर पुलिस चौकी प्रांगण में क्षेत्राधिकारी तमकुहीराज राकेश प्रताप सिंह और एसडीपीओ बेतिया (बिहार) के संयुक्त नेतृत्व में आयोजित की गई। बैठक में अपराध और तस्करी पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए सख्त रणनीति और संयुक्त अभियान चलाने पर विस्तृत चर्चा हुई।
बैठक में क्षेत्राधिकारी तमकुहीराज राकेश प्रताप सिंह ने स्पष्ट कहा कि सीमा क्षेत्र में सक्रिय गो-तस्कर, गैंगस्टर, शराब और मादक पदार्थों के तस्करों पर अब शिकंजा कसना तय है। कई अपराधी उत्तर प्रदेश में अपराध कर बिहार में शरण लेते हैं — ऐसे सभी अपराधियों को चिन्हित कर दोनों राज्यों की पुलिस संयुक्त कार्रवाई करेगी।
इसी क्रम में एसडीपीओ बेतिया ने प्रमुख मार्गों, ग्रामीण पगडंडियों और संपर्क सड़कों पर दोनों तरफ से बैरिकेडिंग लगाने का प्रस्ताव रखा। दोनों प्रदेशों के वरिष्ठ अधिकारियों ने ऐसे अपराधियों की सूची का आपसी आदान-प्रदान भी किया जो सीमा पार कर अपराध को अंजाम देते हैं। तय हुआ कि इन अपराधियों पर विशेष सर्च अभियान चलाकर उन्हें जेल की सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।
बैठक में प्रभारी निरीक्षक तरयासुजान धनबीर सिंह, थानाध्यक्ष सेवरही धीरेन्द्र कुमार राय, प्रभारी निरीक्षक बेतिया, प्रभारी निरीक्षक गोपालपुर, प्रभारी निरीक्षक कुचायकोट, प्रभारी निरीक्षक बिसंभरपुर, चौकी प्रभारी बहादुरपुर कार्यवाहक आलोक कुमार सिंह, वरिष्ठ उप निरीक्षक श्याम लाल निषाद, उप निरीक्षक प्रभात यादव, उप निरीक्षक मृत्यंजय सिंह समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
इस अहम बैठक से यह साफ संकेत मिला है कि चुनावी सीजन में सीमा पार अपराधियों और तस्करों के लिए अब कोई सुरक्षित पनाहगाह नहीं बचेगी। पुलिस की यह संयुक्त रणनीति अपराध पर नकेल कसने में निर्णायक साबित हो सकती है।