Reported By: न्यूज अड्डा डेस्क
Published on: Dec 1, 2021 | 3:43 PM
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कसया/कुशीनगर । गांव में इन दिनों बंदरों के आतंक से ग्रामीण परेशान हैं। बंदर सुबह व शाम लोगों के घरों में घुस जाते है और खाने-पीने के सामान को बिखरने के साथ-साथ कई बार बच्चों पर हमला भी कर देते है। हालात यह है कि लोग अब गांव में बंदर से बचाव के लिए नए-नए नुस्खे अपना रहे हैं। लेकिन बंदर से पार पाना उनके बस से बाहर है। कई ग्रामीणों को बंदर काट भी चुका है। बंदर के कारण ग्रामीण छतों पर कपड़े भी नहीं सुखाते क्योंकि बंदर उन कपड़ों का फाड़ देते हैं। लगभग 50 की संख्या में गांव में बंदर है। गांव बना बन्दरो के रहने सुरक्षित आशियाना है वर्षो से डेरा डाले हुए है।
नदवाविशुनपुर,सरैयामहंथ पट्टी,रहसुसुमाली पट्टी,धौरहरा,अमवा,कोटवा करजही,रहसू जनूबी पट्टी,दहारीपट्टी,बेलवा कारखाना सहित आसपास के क्षेत्रों में बंदरों का आतंक दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है। ये बंदर दिनभर गलियों, मकान की छतों पर डेरा डाले रहते हैं। ऐसे में लोगों का गलियों में निकलना व छतों पर चढ़ना मुश्किल हो रहा है। दिनोंदिन बढ़ते बंदरों के आतंक से गांववासी खासे परेशान हो रहे हैं। साथ ही खेतों में बोई गई सब्जियों को नष्ट कर दे रहे हैं। बंदरों के आतंक के चलते किसानों को बीज का लागत मूल्य भी नहीं मिल रहा है।
ससे कई किसानों ने सब्जी उगाना छोड़ दिया है। ग्रामीणों ने इन दिनों खेतों में लौकी, कद्दू, आदि उगाया है लेकिन पलक झपकते ही बंदर सब्जी को नष्ट कर दे रहे हैं। बावजूद इसके प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा हैl
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Topics: अड्डा ब्रेकिंग कसया