कुशीनगर। कुपोषण को जड़ से खत्म करने के लिए शासनादेश आने के बाद प्रशासन व बाल एवं पुष्टाहार विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी है। पहली बार अधिकारी व जनप्रतिनिधि भी आंगनबाड़ी केंद्रों को गोद लेकर उनमें कुपोषित बच्चों की देखभाल व उनको उचित आहार की व्यवस्था उपलब्ध कराएंगे।
बाल विकास एवं पुष्टाहार अनुभाग की सचिव अनामिका सिंह द्वारा जारी किए गए आदेश के बाद जिले में एक जुलाई से 30 सितंबर तक सम्भव अभियान चलाया जाएगा। जिसमें कुपोषण दूर करने पर बल दिया गया है। जिसके अन्तर्गत सैम, मैम व कम वजन वाले बच्चों का चिन्हीकरण कर उनको कुपोषण दूर करने के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों पर तीन माह तक लगातार अभियान चलाए जाएंगे। पहली बार ऐसा होगा जब बाल एवं पुष्टाहार विभाग के साथ साथ अन्य विभागों को भी कुपोषण दूर करने की जिम्मेदारी दी गई है। सम्भव अभियान की निगरानी डीएम व सीडीओ द्वारा खुद की जाएगी। आंगनबाड़ी केंद्रों को अधिकारी एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा गोद लिया जाएगा। सम्भव अभियान तीन माह तक चलेगा। जिसकी खुद समीक्षा जिला स्तरीय अधिकारी व एजेंसियां करेगी। जिसकी रोजाना रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी। इस बार कुपोषण दूर करने के लिए सम्भव अभियान चलाया जाएगा। उसमें इस बार अन्य विभागों से भी समन्वय स्थापित किया जाएगा। जैसे कि उद्यान विभाग, मनरेगा, पंचायती राज, पूर्ति कार्यालय, पशुपालन विभाग, स्वास्थ्य विभाग, आयुष विभाग, समाज कल्याण विभाग आदि।
जिला कार्यक्रम अधिकारी शैलेंद्र राय ने बताया कि जनपद को कुपोषण मुक्त करने के लिए तीन माह सम्भव अभियान चलाया जाएगा। जिसको लेकर सभी सीडीपीओ, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को दिशा निर्देश दिए गए हैं कि वह कुपोषण वाले बच्चों का चिन्हीकरण करें।