Reported By: न्यूज अड्डा डेस्क
Published on: Oct 30, 2022 | 8:39 PM
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कुशीनगर । शुक्रवार के दिन से नहाए खाय से शुरुआत छठ पूजा का आज तीसरा दिन है जिसमे व्रती महिलाओ ने डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर छठ मैया की पूजा अर्चना की । छठ पूजा एक ऐसा त्योहार है जिसमे ऊंच नीच का कोई भेद भाव नहीं , एक ऐसी पूजा जिसमे कोई पुजारी नही । सूर्य उपासना के महापर्व छठ के अवसर पर ब्रतधारी महिलाओं ने नदी, पोखरों और जलाशयों पर बने घाटों पर छठ बेदियों की विधि विधान से पूजन अर्चन किया और कमर भर जल में खड़े होकर अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को अर्ध्य देकर परिवार के सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना की।
रविवार सायं को नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में ब्रतधारीयों ने बांस की सूप, दऊरी, डाल में फल, नारियल, ठेकुआ, ईंख आदि पूजन सामग्री सर पर रखकर छठ मईया के गीत गाते हुए छठ घाटों पर पहुंचीं और छठ बेदी के सम्मुख बैठक कर छठ माई का पूजन अर्चन किया और जलाशय, नदी, पोखरे में खड़े होकर भगवान सूर्य को अर्ध्य दिया। नगर के बुद्धा घाट, रामा भार घाट,शिव मंदिर पोखरा, रामजानकी मठ, मथौली, भरौली, सिसवा – महन्थ डुमरी, सपहा आदि घाटों पर नगर प्रशासन और वार्ड सभासदों ने साफ – सफाई, टेंट, प्रकाश, जनरेटर आदि की व्यवस्था कर रखी थी। इस मौके पर अधिकारी, कर्मचारी और जनप्रतिनिधि निरीक्षण कर आवश्यक निर्देश कर्मियों को दे रहे थे।
इसी क्रम में साखोपार, टेकुआ टार, पकवाइनार, हेतिमपुर, मल्लूडीह सहित विभिन्न स्थानों पर बने छठ घाटों पर महिलाओं ने माता छठ का पूजन अर्चन किया। रात में घरों में मनौती की कोशी महिलाओं ने कोशा में चूड़ा, मीठा, कसार सहित खाद्य सामग्री भर कर किया। चार दिन तक चलने वाले महापर्व का सोमवार की सुबह उगते हुए सूर्य को अर्ध्य देने के साथ सम्पन्न होगा। ग्राम्य क्षेत्रों में ग्राम प्रधानों और स्वयं सेवी संगठन व्यवस्था को लेकर चाक चौबंद रहे। इस अवसर पर कीर्तन, डीजे, नाच आदि के इंतजाम किए गए थे और भोज का आयोजन किया गया।