Reported By: अनिल पाण्डेय
Published on: Feb 22, 2025 | 6:24 PM
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बोदरवार/कुशीनगर। एक वार राजा जनक की पुत्री सीता घर की सफाई करते हुए दरवार में रखा हुआ भगवान शिव के धनुष को उठा कर दूसरी जगह पर रख दिया I सीता के इस कार्य को देख कर राजा जनक को आश्चर्य हो गया क्योंकि भगवान शिव का धनुष किसी से उठता नही था I उसी समय राजा जनक ने प्रतिज्ञा किया कि जो इस धनुष पर प्रत्यंचा चढ़ायेगा उसी से वह अपनी वेटी सीता का विवाह करेंगे I
कप्तानगंज विकास खंड अंतर्गत स्थित ग्राम सभा सोमली में संचालित विष्णु महायज्ञ के पांचवें दिन धनुष यज्ञ और राम विवाह के प्रसंग का कथा सुनाते हुए 22 फरवरी शनिवार को कथा वाचिका कंचन किशोरी ने उक्त बातों को कही I आगे इन्होंने कहा कि सीता के विवाह की तैयारी हुई और स्वयंवर में राजा जनक ने बड़े – बड़े राजाओं को निमंत्रण पत्र भेज कर बुलाया I जिसमें कई देशों के राजाओं सहित ऋषि मुनियों के साथ गंधर्व और राक्षस भी मनुष्य का रुप धारण कर स्वयंवर में पहुचें थे I उस समय जनक ने सभी के सामने अपने प्रण को सुनाया I जिस पर धनुष यज्ञ में पहुँचे राजाओं द्वारा धनुष को तोड़ने की खूब जोर आजमाइस किया गया I लेकिन स्वंयवर में रखा गया भगवान शिव का धनुष किसी से भी टस से मस नही हुआ I यह देख राजा जनक को बेटी के विवाह की चिंता और सताने लगी I और चिंतित होकर राजा जनक ने कहा कि लगता है यह पृथ्वी वीरों से खाली है I अभी तक कोई भी राजा इस शिव धनुष को उठा नही सका I राजा जनक की चुनौती भरी इस बात को सुनकर गुरु विश्वामित्र सहित राजकुमार लक्ष्मण तमतमा उठे I तब विश्वामित्र की आज्ञा को पाकर भगवान राम उठते हैं I और पल भर में शिव के धनुष को उठा कर जैसे ही प्रत्यंचा को चढ़ाने जा रहे थे I उसी छड़ शिव धनुष खंड खंड हो गया I धनुष यज्ञ और राम विवाह के प्रसंग को सुन कर उपस्थित श्रद्धालु भावविभोर हो उठे I
इस दौरान प्रधान त्रियुगी पटेल, विश्वनाथ तिवारी, उमाशंकर गुप्ता, नागेंद्र शुक्ला, शिवपूजन लाल, राधेश्याम पाण्डेय, विवेक विश्वकर्मा, शेषनाथ, रामप्यारे प्रसाद, विष्णु पटेल, जोखन सिंह, अप्पू शुक्ला, अनूप कन्नौजिया, विश्वामित्र उर्फ गुड्डू पटेल, प्रियंका सिंह, हँचला देवी, निर्मला देवी, कौशल्या देवी, सरस्वती देवी आदि महिलाओं सहित ग्रामीण श्रद्धालु उपस्थित रहे I
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