Reported By: न्यूज अड्डा कसया
Published on: May 6, 2022 | 3:44 PM
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कसया/कुशीनगर। शुक्रवार को नगर पालिका परिषद पडरौना के मनोनीत सभासद नीरज सिंह बिट्टू ने पडरौना बस स्टेशन के जीर्णोद्धार व बेहतर बनाने के लिए परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह को मांग पत्र सौपा ,पत्र मे मनोनीत सभासद नीरज सिंह बिट्टू ने कहा है कि वर्ष 1994 में देवरिया जिले से अलग होकर पडरौना के नाम एक नए जनपद का सृजन किया गया,जिसे बाद में बदलकर कुशीनगर कर दिया गया,करीब 44 लाख की आबादी वाले इस जिले का सबसे पुराना पडरौना शहर है,यहां से बिहार बॉर्डर भी नजदीक है और पडरौना कारोबार के लिहाज से भी सबसे बेहतर जगह है।पड़ोसी प्रांत बिहार के लोगों का हर दिन पडरौना में आना-जाना लगा रहता है।यातायात के लिहाज से पडरौना से गुजरी रेल लाइन करीब 128 साल पुरानी है और ब्रिटिश हुकूमत के दौरान कप्तानगंज-थावे रेलखंड के साथ-साथ पडरौना रेलवे स्टेशन की स्थापना की गई थी,गोरखपुर समेत अन्य जगहों को जाने के लिए पडरौना में पांच दशक पुराना एक बस स्टेशन भी है। पडरौना बस डिपो का दर्जा भी वर्ष 2010 में मिल चुका है,जनपद कुशीनगर के सबसे पुराने शहर में सबसे पुराना बस स्टेशन आज भी उसी हाल में पड़ा है। इस बस स्टेशन के बाद बने कसया बस अड्डा को एक नया और बेहतर रूप भाजपा सरकार में ही मिला है, लेकिन पडरौना बस स्टेशन आज भी उपेक्षित है। बरसात के समय में बस स्टेशन परिसर तालाब की तरह नजर आता है।यात्री बस स्टेशन में जाने की बजाय चौराहे से ही बस में बैठते हैं। मुख्य द्वार पर लोहे का गेट भी नहीं
है।
इस वजह से रात के वक्त शरारतीतत्वों का भी यह अड्डा बन जाता है। बैठने के लिए शेड तक नहीं है और पीने योग्य पानी कीभी व्यवस्था नहीं है। लोगों में इस बात को लेकर नाराजगी भी रहती है कि पडरौना के बाद बने स्टेशन को बेहतर ढंग से सजाया और संवारा गया है,लेकिन पडरौना बस स्टेशन के साथ आज भी भेदभाव किया जा रहा है।जनहित से जुड़े इस पत्र पर विचार करते हुए पडरौना बस स्टेशन के जीर्णोद्धार की पहल करें ताकि उपेक्षित पड़े पडरौना बस स्टेशन को बेहतर बनाया जा सके और यात्रियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हो सके उक्त बातें अपने पत्र मे नगर पालिका परिषद पडरौना के मनोनीत सभासद नीरज सिंह बिट्टू ने लिखी है…..अब देखा जाये?
Topics: पड़रौना