Reported By: न्यूज अड्डा डेस्क
Published on: Nov 4, 2022 | 2:06 PM
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सलेमगढ़/कुशीनगर। स्वास्थ्य विभाग के लापरवाही के साथ जबाबदार लोगो की चुप्पी ने बदल रहे मौसम में आम जनों के स्वास्थ्य के प्रति की जा रही लापरवाही लोगो को संक्रामक बीमारी के लिए सड़क के किनारे काटे जा रहे मुर्गे और उनके अवशेष को सड़क की किनारे खुले में फेंक कर मुर्गा कटने वाले दुकानदारों को खुली छूटी दे रखी है। जिसके विरुद्ध में ग्रामीण भी लामबंद होने लगे है।
बताते चले की जनपद की आखिर छोर पर बसा सीमावर्ती कस्बा सलेमगढ़ में सड़क के किनारे खुले तले मुर्गा काटने की दुकानें आपको बड़ी सख्या में नजर आएगी। जो मानक के विपरित अपनी दुकान चला रहे है, तो वही दूसरे तरफ संक्रामक बीमारी फैलाने के खुले तोड़ पर निमंत्रण भी दे रहे। वही जबाबदार के साथ ही साथ स्वास्थ्य विभाग भी चुपी धारण की हुई है,कारण जो भी हो आप समझ सकते है।
जागरूक लोगो के बातो पर अमल करे तो सबसे बुरा हाल सलेमगढ़ में पत्रकार संजय दिवेदी गेट और पत्रकार संजय दिवेदी मार्ग का है। जिस मार्ग पर लगभग आधा दर्जन दुकानें खुले में चल रही है। यह तो कुछ देर तक हम सही मानते है,लेकिन बुरा तो तब लगता जब आप पत्रकार संजय दिवेदी मार्ग से हुफुआ के तरफ जाते है,गेट से कुछ ही दूरी से सड़क के किनारा दिखाना शुरू हो जाता है कटे हुए मुर्गों का अवशेष, जो सड़ांध,दुर्गंध देता ही है,लेकिन सबसे ज्यादे खतरा आने जाने वालो को तब होता है,जब उन स्थानों पर खतरनाक जानवरो की झुंड अपना डेरा जमाए हुए मिलते है। जो आने जाने वाले राहगीरों को निशाना बनाने से नहीं चूकते।
स्थानीय ग्राम निवासी जागरूक समाजसेवी राजकिशोर शर्मा ने इस संवाददाता को बताया कि सड़क के किनारे फेके जा रहे मुर्गों का अवशेष से संक्रामक बीमारी जहा फैलने का गंभीर संभावना है ,वही सांयकाल उन स्थानों पर एकत्रित खतरनाक जानवरो के शिकार राहगीर हो रहे हैं। प्रशासन को चाहिए की आबिल्म्ब ऐसे दुकानदारों को चिन्हित कर विधिक कार्यवाही होती जिससे इस पर नियंत्रण हो पता ।
बहरहाल उपरोक्त समस्या गंभीर है,अगर प्रशासन सजग हो जाती और उपरोक्त समस्याओं पर नियंत्रण हो जाता तो आमजन गंभीर संक्रामक बीमारी के चपेट में नही आते,काश!ऐसा होगा??