Reported By: Farendra Pandey
Published on: Mar 18, 2025 | 6:43 PM
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कप्तानगंज/कुशीनगर। किसानों का गन्ना मूल्य भुगतान तेजी से देने के क्रम में शासन के निर्देश पर डेढ़ वर्ष पुर्व सील किए गए कप्तानगंज चीनी मिल के चलाने की कवायद तेजी से शुरू हो गयी है। जिसका निरीक्षण जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज के निर्देश पर मंगलवार को जिला गन्ना अधिकारी डी के सैनी ने लिया और आवश्यक निर्देश दिया। जिस पर किसानों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है।
शंकर शंकरा संकुल की इकाई कप्तानगंज चीनी मिल वर्ष 2022 में किसानों का करीब 54 करोड़ रूपये बकाया लगा कर बंद हो गयी थी। जिसको तहसील प्रशासन ने 28 जुलाई 2023 को सील कर दिया था। उसके बाद ही बकाया मूल्य भुगतान को लेकर कुर्की का नीलामी की भी तिथि नियत की गई थी लेकिन स्थगन आदेश आ जान के बाद नीलामी रोक दी गई थी और कड़ा रुख अपनाते हुए भुगतान का निर्देश तहसील प्रशासन ने दिया था जिस पर चीनी मिल ने 32 करोड़ रूपया भुगतान कर दिया, केवल 22 करोड़ रुपया बकाया के दौरान चीनी मिल के अनुरोध पर कि दो माह के अंदर गन्ना का सम्पूर्ण भुगतान कर दिया जायेगा व चीनी मील भी चलेगी। उसके आश्वासन पर शासन के निर्देश पर तहसीलदार दिनेश कुमार सिंह ने चीनी मिल के सील किए गए ताला को खोल दिया तथा चार करोड रूपये मील भुगतान किया, अब केवल मात्र 18 करोड रूपये बकाया है। जो 31 मार्च तक सात करोड़ रुपए मील भुगतान करने का दावा कर रहा है। शेष 11 करोड का भुगतान अप्रैल माह में कर दिया जायेगा। जिसको लेकर किसानों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है।
गौरतलब है कि, देश आजादी के पूर्व सन 1934 में द कनोरिया शुगर मिल की स्थापना कप्तानगंज में की गई थी। स्थापना काल से लेकर बीते वर्ष 22 तक चीनी मिल ने ऐतिहासिक पेराई कर किसानों को लाभ पहुंचाया था। इस मिल से 50 किलोमीटर की दूरी के गन्ना किसान अपना गन्ना देते थे। किसानों का जीविकोपार्जन इसी चीनी मिल के सहारे होता था। बच्चों की दवाई शिक्षा किसानों के बेटियों की शादी इसी मिल द्वारा गन्ने के भुगतान पर निर्भर रहता था। वर्ष 22 में चीनी मिल चिमनी से निकलने वाला धुआं हमेशा हमेशा के लिए बंद हो गया था। लेकिन किसानों का भुगतान बाकी था। जिससे क्षेत्र के किसानों में मायुसी थी और कप्तानगंज क्षेत्र का रोजगार खत्म हो गया था। चीनी मील चलने से किसान मधुसूदन मिश्रा सीताराम दरोगा पांडेय योगेंद्र सिंह गोलू मिश्रा सर्वजीत तिवारी,प्रवीण सिंह ओम प्रकाश पांडेय सत्येंद्र पांडेय ने खुशी का इजहार किया है।
चीनी मिल के कार्यकारी अध्यक्ष राकेश सक्सेना व अध्यक्ष एस के श्रीवास्तव ने कहा कि चीनी मिल के मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया गया है। एक माह के अंदर संपूर्ण गन्ना मूल्य भुगतान भी कर दिया जाएगा किसानों का हित ही हमारे लिए सर्वोपरि है तथा अपील किया है कि आप किसान भाई गन्ना की बुवाई उच्च प्रजाति का ही करें और अगले पेराई सत्र में कप्तानगंज चीनी मिल पर गन्ना गिराए। एक माह के अंदर संपूर्ण गन्ना मूल्य भुगतान कर देने के आश्वासन पर चीनी मिल को खोला गया था गन्ना किसानों का संपूर्ण भुगतान करने का निर्देश मिल मालिक को दिया गया है। साथ मिल चलाने के कडा निर्देश दिये गये जिसका निरीक्षण किया गया है अब मिल चलेगी काम शुरू हो गया है।
डीके सैनी जिला गन्ना अधिकारी कुशीनगर चीनी मिल चलने और भुगतान मिलने से किसानों में आई खुशहाली। किसान विजय ने कहा कि कप्तानगंज चीनी मिल के चलने व किसनों के गन्ना मूल्य भुगतान हो जाने से इस क्षेत्र में दोबारा खुशी की लहर आएगी और क्षेत्र का हर किसान खुशहाल रहेगा।
किसान अनिल सिंह ने कहा कि कप्तानगंज चीनी मिल बंद हो जाने के कारण यहां का रोजगार खत्म हो गया था किसानों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था अब हम लोगों के दिन बहुरेंगे
किसान चंद्रिका ने कहा कि चीनी मिल कप्तानगंज इस क्षेत्र के लिए वरदान है इसके बंद हो जाने के कारण क्षेत्र में मायूसी की लहर आ गई थी अब किसानों का भुगतान भी मिलेगा और खुशी भी दिखेगी।
किसान प्रवीण बगड़िया ने कहा कि चीनी मिल कप्तानगंज बंद हो जाने के कारण हम लोगों का गन्ना दूर भेजना पड़ रहा था जिससे दोहरी मार झेलनी पड़ रही थी अब हम लोगों का गन्ना मूल्य भुगतान भी होगा और चीनी मिल भी चलेगी।
Topics: कप्तानगंज