Reported By: Surendra nath Dwivedi
Published on: Jan 29, 2022 | 8:54 AM
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कुशीनगर । साहब जी! ये झोला छाप नीम हकीम अपना तो जेब भारी करते ही है। साथ मे कुकुरमुते के तरह सजे बिना रजिस्ट्रेशन के मेडिशिन के दुकानदारों को भी भोली -भाली जनता से लुटवाने में अपनी अहम भूमिका अदा करते है। इस जनपद के सीमावर्ती क्षेत्र के इन इलाको में छोटे बड़े कस्बे में इनकी करतुते खूब फल फूल रहा है, लेकिन ऐसा नही की इनकी इस कमाई की जरिया विभागीय जिम्मेदारों की जानकारी में नही है–फिर भी जबाबदार मौन साधे है,कारण जो भी हो पड़ताल की कड़ी में वह भी सार्वजनिक होगा।
बता दे,कुशीनगर जनपद के बिहार सीमा से जुड़े इन छोटे कस्बे में यह बेखूबी देखने को मिल रही है कि किराना,पान जनरल स्टोर्स, के दुकानों में भी दवा की रंग -विरंगी बोतले सजी मिल रही है। यह उन नीम हकीमो के मर्जी पर चल रहे है,जो दिन भर ग्रामीणों के बीच विचरण करते रहते है। जो अपनी आधे -आधे की कमीशन में आम भोली भाली जनता को बलि के बकरा बना रहे है। इतना ही सीमावर्ती प्रमुख कस्बा सलेमगढ़ में बिना रजिस्ट्रेशन को लगभग दर्जनों मेडिसन की दुकानें खूब सजी हुई है,जहाँ न कोई फार्मासिस्ट है,न कोई डॉक्टर। फिर भी यह सब दुकाने केवल मात्र केवल नीम हकीमो के दया पर चल रही है। जो उच्चे दाम पर दवा की बिक्री करते रहते है।
इस बिषय में जब यह टीम ने कुछ जागरूक -जिम्मेदार लोगों से जानकारियां साझा किया तो यह बात खुल कर सामने आई की इन तरह के गोरख धंधा की जानकारी समय -समय पर विभागीय अधिकारियों तक मौखिक,लिखित दिया जाता है,फिर कार्यवाई की नजर शून्य ही आती है। जिसका सबसे बड़ा जिम्मेदार वह तथा कथित सिस्टम है, जो यहाँ से भारी भरकम सुबिधा शुल्क जिमेदारो के चौखट तक पहुँचता है। इसकी नतीजा है मौके पर दिखवा की कार्यवाई,कागज में सिस्टम भारी,शिकायत कर्ता मूक दर्शक बन जाता है। काश!!साहब लोगो का ध्यान इधर दौड़ जाता,आज इतना ही। (क्रमश)
आप को अगर ऐसे लोगो के बिषय में कुछ साक्ष्य के साथ जानकारियां हो तो आप 9450469818 पर साझा करें,हम बनेंगे आपकी आवाज, हु-बहु,हम स्थान देगे।
Topics: अड्डा ब्रेकिंग तमकुहीराज तरयासुजान सलेमगढ़