Reported By: Farendra Pandey
Published on: Jan 29, 2021 | 9:01 PM
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कप्तानगंज/कुशीनगर। आज वेटरनस एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष किसान मोर्चा व भाकियू(अम्बावता) जिलाध्यक्ष रामचन्द्र सिंह ने बताया है कि 26 जनवरी को जो घटना हमारे देश के प्राचीर लालकिला पर हुआ है उससे में बहुत ही आहत हूँ और केन्द्र सरकार से माँग करते है कि इस घटना की उच्चस्तरीय जाँच कराकर दोषी है उसके ऊपर संबैधानिक कार्यवाही किया जाय। आगे राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री सिंह ने केन्द्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जब पूरा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा था उस समय किसान विरोधी अध्यादेश को जबरजस्ती किसानों के ऊपर थोपने की क्या जरूरत थी। एक तरफ तो सरकार का दावा है कि हम किसानों की आय दोगुनी कर देंगे ऊपर से यह तीनों किसान विरोधी अध्यादेशों को लाकर सरकार चंद पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने की नियत से किसानों का दमन करने में लगी। विगत दो महीने से ऊपर हो गये किसान आन्दोलन लेकिन केंद्र सरकार अपने तानाशाही रवैया अपनाकर किसानों के आवाज को दबाना का कार्य कर रही है। जो सम्भव नही है। किसान देश की रीढ़ की हड्डी है और इन्ही किसानों से सरकार बनती और बिगड़ती भी है इसका संज्ञान भी सरकार को होना चाहिए।श्री सिंह ने केंद्र सरकार को आगाह किया है कि किसानों को कमजोर न समझे यदि किसान धरती का सीना चीर कर अन्न पैदा कर सकता है तो वह अपने हक की लड़ाई भी बाखूबी लड़ना जानता है। वही सिंह ने योगी सरकार को भी आड़े हाथों लेते हुए अगाह किया है कि जो किसान गाजीपुर बार्डर पर संबैधानिक तरीके से धरना प्रदर्शन कर रहे है उनके ऊपर किसी प्रकार की जबरजस्ती कार्यवाही न किया जाय। यदि ऐसा हुआ तो प्रदेश का किसान व किसान संगठन सरकार की ईंट से ईंट बजाने कार्य करेगें। जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।
वेटरनस एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सरकार से मांग कर रही है कि अभी भी वक्त है किसानों की जायज माँगों के ऊपर सरकार ध्यान देते हुए तीनों काला कानून को वापस लिया जाय।
Topics: कप्तानगंज