Reported By: न्यूज अड्डा डेस्क
Published on: Oct 9, 2020 | 11:03 AM
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लखनऊ. केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान (Ram Vilas Paswan) का गुरुवार शाम दिल्ली में निधन हो गया. देश के दिग्गज नेताओं में शुमार पासवान पिछले कुछ समय से बीमार थे और दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती थे. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने राम विलास पासवान के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है. मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा कि रामविलास पासवान एक वरिष्ठ और अनुभवी राजनेता थे.
भारत सरकार के मंत्री के रूप में उन्होंने अपने दायित्वों का कुशलतापूर्वक निर्वहन किया. वे हमेशा समाज के कमजोर और निर्धन वर्गों के हित एवं कल्याण के लिए सक्त्रिस्य रहते थे. सांसद के रूप में उन्होंने लंबी अवधि तक अपनी सेवाएं प्रदान कीं. रामविलास पासवान के निधन से हुई क्षति की भरपाई होना कठिन है. उन्होंने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है.
मोदी सरकार में उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण की जिम्मेदारी निभा रहे पासवान का हाल ही में दिल का ऑपरेशन किया गया था. जबकि पिछले साल उन्होंने चुनावी राजनीति में 50 वर्ष पूरे किए थे. यही नहीं, इस दौरान रामविलास पासवान को छह प्रधानमंत्रियों की मंत्रिपरिषद में केंद्रीय मंत्री के रूप में शामिल होने का मौका मिला था. केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान 74 साल के थे.
रामविलास पासवान का जन्म 5 जुलाई 1946 को बिहार के खगड़िया जिले के शहरबन्नी गांव में हुआ था. इसके बाद वह कोसी कॉलेज और पटना यूनिवर्सिटी से अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद 1969 में बिहार के डीएसपी के तौर पर चुने गए थे. 1969 में पहली बार संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी से विधायक बने थे. इसके अलावा रामविलास पासवान 1974 में पहली बार लोकदल के महासचिव बनाए गए. जबकि वह व्यक्तिगत रूप से राज नारायण, कर्पूरी ठाकुर और सत्येंद्र नारायण सिन्हा जैसे आपातकाल के प्रमुख नेताओं के करीबी थे. यही नहीं, उन्हें भारतीय राजनीति में मौसम विज्ञानी कहा जाता था.