Reported By: Surendra nath Dwivedi
Published on: Oct 17, 2021 | 9:21 AM
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कुशीनगर। वालकाल से ही धर्म और भगवान श्रीराम की उपासक रही उत्तरप्रदेश -बिहार के सीमावर्ती जिला कुशीनगर की बेटी श्री अयोध्या जी में ब्रह्मषी डॉ. रामविलास दास वेदांती जी के सानिध्य में देश के विभिन्न प्रान्तों से आ रहे भक्तों को श्रीराम कथा सुनाएगी।
सनद हो कि जीवन के शुरू में चिकित्सा क्षेत्र की अध्ययन कर आम आदमी की सेवा करने का लक्ष्य तय करने वाली जनपद कुशीनगर के निवासी वरिष्ठ पत्रकार अशोक कुमार मिश्र (अशोक वत्स) की बड़ी पुत्री स्मिता मिश्रा ने 15 वर्ष के उम्र में अपना लक्ष्य बदलते हुए भगवान श्रीराम के धाम श्री अयोध्या जी पहुँच गयी। वहां उन्होंने विश्व हिंदू परिषद के श्री हरि कथा अध्ययन केंद्र से जुड़ते हुए सनातन धर्म के मर्यादा को समझते हुए पूज्य संतों से श्रीराम कथा का अध्ययन किया। इस दौरान इस बेटी ने अध्ययन केंद्र में पूज्य संतों कि प्रिय बन गयी। अध्यन पूर्ण होने के बाद विश्व हिंदू परिषद से जुड़ी रही और गोंडा जिले में सनातन धर्म के प्रचार के लिए मिले दायित्व को निभाया।
वहां से आगे बढ़ते ही पूज्य संतो ने स्मिता मिश्रा को साध्वी स्मिता दीदी नाम दिया। जो भगवान के चरित्र/मर्यादा को जन जन तक पहुँचाने को उत्तर प्रदेश के अलावे झारखंड, बिहार, छतीसगढ़ में श्रीराम कथा करते हुए लगभग 18 हजार भक्तों के बीच श्रीराम चरित्र मानस जी का पुस्तक वितरण कर लोगों को भक्ति से जोड़ने का काम किया।
साध्वी स्मिता दीदी अपने पूज्य गुरुदेव के सुझाव पर आगामी 18 अक्टूबर से 26 अक्टूबर तक श्रीराम मंदिर आंदोलन से जुड़े श्री वशिष्ठ पीठाधीश्वर ब्रह्मषी डॉ. श्री रामविलास दास वेदांती के सानिध्य में श्रीराम के धाम अयोध्या जी में सरयू माता के आँचल में विभिन्न प्रान्तों से आ रहे भक्तों को श्रीराम कथा का श्रवण कराएगी।
श्रीराम कथा के संयोजक साध्वी स्मिता दीदी के गुरु ब्रह्मषी पूज्य डॉ. श्री रामविलास दास वेदांती जी के उत्ताधिकारी डॉ. श्री राघवेश दास वेदांती जी की माने तो नव दिवसीय श्रीराम कथा के दौरान प्रतिदिन श्री अयोध्या जी के पूज्य संत अपना आशीर्वचन देने को कथा में होगें।
अयोध्या धाम में पूज्य संतगणों के उपस्थिति में कुशीनगर के बीस वर्षीय बेटी द्वारा श्रीराम कथा का श्रवण कराना धर्म के क्षेत्र में गौरवांवित करेगा।
Topics: तमकुहीराज