Reported By: Surendra nath Dwivedi
Published on: Oct 18, 2022 | 6:40 PM
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कुशीनगर । अभी से दीपावली त्यौहार पर ऑफर की भरमार आई हुई है, आमजन ऑफर के चक्कर में ऑनलाइन खरीदारी को प्रमुखता दे रहे है। कंपनियां भी ग्राहकों को लुभाने के लिए तरह-तरह के ऑफर दे रही हैं।कहीं एक सामान की खरीद पर 80-90 फीसदी तक की छूट का ऑफर दिया जा रहे हैं तो कहीं महंगे इलेक्ट्रॉनिक्स सामान खरीदने के लिए शून्य ब्याज दर पर कर्ज देने का ऑफर दिया जा रहा है। ऑफर की जानकारी लिंक सहित मोबाइल पर मैसेज भी आ रहे है। लेकिन आपको सतर्क रहने की जरूरत है क्यों की जो लुभावने ऑफर आपको दिखाए जा रहे है वो कंपनी की तरफ से नही बल्कि साइबर अपराधियों के तरफ से दिखाए जा रहे है।
साइबर एक्सपर्ट अरविंद किशोर शाही ने बताया की टेलीग्राम पर हजारों चैनल बने हुए है जो आपको किसी प्रोडक्ट की खरीदारी पर अच्छे ऑफर की पेशकश करते है। जिसकी लिंक टेलीग्राम के चैनल के तरफ से दी जाती है। आजकल टेलीग्राम साइबर क्रिमिनल का प्रमुख अड्डा बना हुआ है। लुभावने ऑफर के चक्कर में लोग चैनल से जुड़ते जा रहे है। ऐसे किसी भी बंपर ऑफर पर क्लिक करते समय ग्राहकों को बेहद सावधान रहना चाहिए। क्योंकि हो सकता है कि असली जैसा दिखने वाला ऑफर कोई फिशिंग लिंक हो और इस पर क्लिक करते ही आपके बैंक खाते से मेहनत की कमाई निकल जाए। दरअसल, ग्राहकों को लूटने के लिए धोखेबाजों ने नए-नए तरीके इस्तेमाल करने शुरू कर दिए हैं। इनमें असली-नकली की पहचान करना मुश्किल हो गया है । साइबर क्रिमिनल जो आपको लिंक भेजते है वो बिलकुल ही दिखने में ओरिजनल रहता है क्युकी वो क्लोन वेबसाइट रहती है , जिससे की आगे वाले को फर्जी महसूस नहीं होता । आपकी एक छोटी सी चूक से आपका अकाउंट खाली हो सकता है । साथ ही साथ आपकी निजी जानकारी साइबर क्रिमिनल तक पहुंच जाती है जिसका उपयोग आपको ब्लैकमेल करने में किया जाता है। आजकल प्ले स्टोर पर मौजूद कई फर्जी एप्लीकेशन सहित कई फर्जी शॉपिंग वेबसाइट मार्केट में चल रही है। अरविंद किशोर शाही ने बताया की कई वेबसाइट ऐसी है जो महंगे प्रोडक्ट को सस्ते दामों में बेच रहे है जिसका पेमेंट मोड ऑनलाइन है, आप सस्ते के चक्कर में खरीदारी करते है और ऑनलाइन पेमेंट कर देते है। लेकिन उसके बाद वो प्रोडक्ट आप तक नही पहुंचता है और आप उस वेबसाइट के कस्टमर केयर तक अपनी समस्या को साझा नही कर सकते है। क्युकी वो वेबसाइट फर्जी होती है और आप साइबर फ्राड के शिकार बन जाते है। अभी दिवाली में साइबर क्रिमिनल एक्शन मोड पे है और आपकी जेब ढीली करने में लगे हुए है। कोरोना के बाद साइबर अपराधियों ने महसूस किया है कि बहुत कम लोग असल में उस वेबसाइट को वेरिफाई करने की जहमत उठाते हैं जिससे वे सामान खरीद रहे हैं या पैसे दे रहे हैं. ऑनलाइन मौजूद बैंकों, ई-कॉमर्स और अन्य कंपनियों की इतनी सारी फर्जी वेबसाइटें हैं, जो लगभग असली दिखती हैं. बहुत से लोग अक्सर नकली वेबसाइटों के प्रस्तावों के लालच में आ जाते हैं और साइबर अपराधियों को बड़ी रकम का भुगतान करते हैं. त्यौहारी मौसम में दर्जनों फर्जी वेबसाट मार्केट में हैं. जो आपको लुभावने लालच में फंसा सकती है.
(1) ऑफिशियल शॉपिंग वेबसाइट से खरीदारी करें।
(2) मोबाइल पर आए लुभावने ऑफर जिसमे पहले से मौजूद लिंक पर क्लिक न करें ।
(3) मोबाइल कॉल पर ऑफर की जानकारी से सतर्क रहें।
(4) कोशिश करें खरीदारी करते समय पेमेंट मोड कैश ऑन डिलीवरी रखे।
(5) ऑफर की जानकारी के लिए ऑफिशियल वेबसाइट पर विजिट करें ।
(6) गूगल पर सर्च करके किसी भी कंपनी का कस्टमर केयर नंबर न निकालें ।
(7) नामचीन कंपनी से मिलती जुलती वेबसाइट के नाम से बचे ।
(8) अनजान व्यक्ति के कहने पर किसी भी एप्लिकेशन जैसे क्विक स्पोर्ट, एनी डेस्क टीम व्यूवर को इंस्टाल न करें। इससे फोन या कंप्यूटर हैक हो सकता है।
Topics: अड्डा ब्रेकिंग पड़रौना बिज़नेस और टेक्नोलॉजी