Reported By: Sanjay Pandey
Published on: Oct 2, 2024 | 6:32 PM
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खड्डा/कुशीनगर। गोरखपुर-नरकटियागंज रेलखंड के पनियहवा और बाल्मीकि नगर स्टेशन के बीच दिल्ली कैंप के पास गोरखपुर जाने वाली पैसेंजर ट्रेन पर अचानक ओवरहेड बिजली का तार गिरने से पैसेंजर गाड़ी संख्या 05457 करीब एक घंटे तक जंगल में खड़ी रही। ट्रेन के अचानक रुक जाने से सवार यात्रियों में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। लोग ट्रेन से बाहर निकलने की जद्दोजहद करने लगे। हालांकि इस दौरान किसी प्रकार की जान-माल की हानि नहीं हुई। रेलवे प्रशासन ने नरकटियागंज और कप्तानगंज से टावर वैगन को बुलाया। मेंटनेंस टीम ने जल्द ही टूटी हुई ओवरहेड वायर की मरम्मत का कार्य पूरा किया और ट्रेन का परिचालन दोबारा शुरू कर दिया।
ट्रेन में सवार यात्रियों ने बताया कि गाड़ी संख्या 05457 गोरखपुर के तरफ जा रही थी, तभी अचानक जंगल में ट्रेन रुक गई। इस दौरान यात्रियों में अफरातफरी मच गई। ट्रेन के चालक ने इसकी सूचना वाल्मीकिनगर व पनियहवा रेलवे स्टेशन अधीक्षक को दिया। सूचना पर रेलवे प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए मेंटनेंस टीम को टावर वैगन सहित कप्तानगंज तथा नरकटियागंज से घटनास्थल पर भेजा गयी। कप्तानगंज से आई टावर वैगन पहले मौके पर पहुंची और वायर का मेंटनेंस किया। इस दौरान करीब एक घंटे तक पैसेंजर ट्रेन खडी रही।आरपीएफ बगहा चौकी प्रभारी इंद्रजीत सिंह ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि इस अवरोध का कारण एक बंदर की अचानक छलांग थी, जिसके कारण ओवरहेड वायर टूट गई और ट्रेन सेवाओं में बाधा उत्पन्न हुई। इस तकनीकी गड़बड़ी के कारण 15706 चंपारण हमसफ़र एक्सप्रेस और 05046 पैसेंजर ट्रेन नंबर की दो ट्रेनों को पनियहवा स्टेशन पर रोका गया। इस घटना के बाद रेलवे प्रशासन ने नरकटियागंज और कप्तानगंज से टावर वैगन को बुलाया। मेंटनेंस टीम ने जल्द ही टूटी हुई ओवरहेड वायर की मरम्मत का कार्य पूरा किया और ट्रेन का परिचालन दोबारा शुरू कर दिया। इस घटना के कारण यात्री थोड़ी देर के लिए परेशान जरूर हुए, लेकिन रेलवे के त्वरित और प्रभावी कदमों की वजह से स्थिति जल्द ही सामान्य हो गई।
घटना के चलते प्रभावित ट्रेनें करीब एक घंटे तक रुकी रही। लेकिन जैसे ही मरम्मत का कार्य पूरा हुआ। ट्रेन सेवाएं पुनः सुचारू हो गईं। बतादे कि घटना में कोई बड़ी क्षति नहीं हुई लेकिन ट्रेन के अचानक रुक जाने के कारण कुछ समय के लिए यात्रियों में भय और असहजता का माहौल बन गया।
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