Reported By: ज्ञानेन्द्र पाण्डेय
Published on: Apr 5, 2025 | 10:40 AM
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कुशीनगर।जनपद के नेबुआ नौरंगिया ब्लाक के क्षेत्र अंतर्गत रायपुर खास गांव का टोला चंदन बरवा के लोगों के लिये चैत्र रामनवमी का दिन बहुत खास रहा होता है।सैकड़ों सौ साल पुरानी परंपरा को निभाते हुए गांव के लोगों गांव छोड़ बगीचे में टेंट तानकर पूरा दिन व्यतीत करते है और एक दिन के लिए वनवासी का जीवन व्यतीत करते है
चंदन बरवा के लोग लंबे समय से चैत्र नवरात्र में एक दिन के लिए वनवासी जीवन गुजारते हैं।इस गाँव की आबादी एक हजार है और डेढ़ सौ परिवार निवास करता है। ग्रामीणों के अनुसार सैकड़ों सौ साल पहले गांव में महामारी का प्रकोप फैला था। जिससे कई लोगों की जानें चली गयी थी। गांव के लोग बहुत परेशान थे और इलाज का कोई असर नहीं हो रहा था इसी बीच गांव में एक महात्मा भिक्षाटन के लिए आये ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने इसे दैवीय शाप बताया उन्होंने उपाय सुझाया की गांव के लोगों को चैत्र नवरात्र में एक दिन गांव से बाहर रहना पड़ेगा ग्रामीण इस पर राजी हो गए नवरात्र के छठीं तिथि को ग्रामीण भिक्षाटन करते हैं और सातवीं तिथि को गांव से बाहर दूसरे गाँव मे एक दिन बगीचे व खेतों में टेंट लगाकर भोर में ही गांव छोड़कर वनवासी जीवन गुजारते हैं।
घर में चाहे कोई बीमार हो या एक दिन की आई नवविवाहिता हो सभी को घर से बाहर दिन गुजरना होता है। इतना ही नही गाँव के पशुओं को भी लेकर अपने साथ चले जाते है। सभी लोग दिन में सतुआ भुजा खाते हैं और रात में भोजन बनाते हैं भिक्षाटन में मिले अनाज और पैसे से अगरबत्ती कपूर जलाकर प्रार्थना करते हैं।
Topics: नेबुआ नोरंगिया