Reported By: न्यूज अड्डा डेस्क
Published on: Jul 28, 2022 | 9:43 PM
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कसया/कुशीनगर। नगरपालिका परिषद कुशीनगर के वार्ड संख्या 22 महन्थ अवैद्यनाथ नगर (सिसवा – महन्थ) में अवध सुगर एनर्जी लि. की इकाई न्यू सुगर मिल्स हाटा द्वारा कृषक संगोष्ठी आयोजित कर अधिकारियों ने किसानों को गन्ना सर्वे, रेड रॉट (लाल सड़न) से बचाव, शरद कालीन बुआई, बीज चयन की जानकारी दी।
गोष्ठी को संबोधित करते हुए जिला गन्ना अधिकारी देवरिया आनन्द कुमार मिश्रा ने किसानों की समस्याओं और प्रश्नों का जबाब देते हुए कहा कि किसान भाइयों की सभी समस्याओं का समाधान किया जाएगा। तकनीकी आधारित गन्ने की खेती से खुशहाली आएगी। इसलिए किसान गन्ने की खेती में सतर्कता बरतें। गन्ना सट्टा प्रदर्शन को दस मिनट का समय निकाल कर देखें। उससे आपको पूरी इनफार्मेशन मिल जाएगी। आप ई गन्ना एप डाउन लोड कर लें। किसान कोड व फैक्ट्री डालने पर आपका पूरा डेटा आ जायेगा। कोई कमी हो तो कम्प्लेन कर सकते हैं जो शो करेगा और उस कमी को दूर किया जा सकता है। मिल के अधिशासी अध्यक्ष करन सिंह ने किसानों को गन्ने की खेती में सावधानी बरतने की सलाह देते हुए कहा कि गन्ने की फसलों में सही तरीके से गन्ने की खेती कर दोगुना लाभ लिया जा सकता है। इसके लिए किसान सतर्कता बरतते हुए बीज का चयन करें औऱ खेतों में प्रमाणित बीज बोयें। किसान अपने गन्ने का सर्वे पर्यवेक्षक के माध्यम से देख लें। उन्होंने शरद कालीन गन्ने की खेती की जानकारी दी। जिसमें बीज चयन, उर्बरक प्रयोग व ट्रेंच विधि अहम है। उन्होंने कहा कि गन्ने में लाल सड़न रोग रेड रॉट से बचाव के लिए अपने फसल का निरीक्षण करते रहें। क्योकि इससे फसलों के पैदवार पर प्रभाव पड़ता है। अगर कोई पौधा लाल रोग से ग्रस्त दिखता है तो उसे उखाड़कर फेंक दें। उपाध्यक्ष गन्ना सुरेंद्र उपाध्याय ने कहा कि गन्ना बीज के महत्व को समझे, प्रामाणिक बीज ही बोयें।हेक्सास्टाप दवाई से बीज व भूमि उपचार करें। फंगीसाइट दवा से जमीन का उपचार करें। जुताई के समय ब्लीचिंग पावडर डालें। उसके बाद गन्ने की बुआई करें व नालियों में ट्राइकोडर्मा डालें। यह रेड राट को रोकता है। इसी क्रम में एसपीओ धनीराम सिंह, वरिष्ठ प्रबन्धक गन्ना नरेंद्र सिंह, सीडीआई सुबास चन्द सिंह, सहायक गन्ना प्रबन्धक दलीप सिंह ने भी किसानों के प्रश्नों के उत्तर दिए।
इस दौरान सहायक गन्ना प्रबन्धक नागेंद्र पाल सिंह, सुपरवाइजर रामानन्द सिंह, अशोक गुप्ता, दीपांकर यादव, विजय यादव, आशीष पाल के अलावा किसान घनश्याम राय, अमरजीत सिंह, गोबर्द्धन प्रसाद गोंड़, नर्वदेश्वर राय, रामनरेश सिंह, अरविंद यादव, मैनेजर यादव, गोरख सिंह, कल्पनाथ सिंह, उमेश सिंह, रामप्रीत सिंह, इंद्रजीत शर्मा आदि किसान मौजूद रहे।
Topics: कसया बिज़नेस और टेक्नोलॉजी